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सीएम रैली से एक दिन पूर्व ही किसान डालेंगे पड़ाव: लखविंद्र सिंह विरोध को लेकर बीकेई ने किया जिले के अनेक गांवों में जनसंपर्क

सिरसा।।((सतीश बंसल ) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की 29 मई को औढ़ां में होंने वाली रैली में मुख्यमंत्री को किसानों के भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा, जिसके लिए भारतीय किसान एकता बीकेई ने पहले से ही ऐलान कर रखा है कि समय रहते मुख्यमंत्री किसानों की लंबित मांगों पर उनसे बात करके समाधान नहीं कर पाते तो किसानों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के वे खुद जिम्मेदार होंगे। बीकेई अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख ने बताया कि मुख्य रूप आंदोलनकारियों पर बने केस, जिसमें डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा सिरसा वाला केस व अन्य हरियाणा के सभी केस तुरंत प्रभाव से वापस करवाने, खरीफ  2020 का सिरसा जिले का लगभग 258 करोड़ मुआवजा, गेहूं की उपज कम होने की क्षतिपूर्ति, बिना शर्त ट्यूबवेल कनेक्शन, बिजली लाइन के टावरों का मुआवजा, भूमि अधिग्रहण कानून संशोधन, बुढ़ापा पेंशन की बहाली, खेत मजदूरों के मुआवजे, सेना की भर्ती की बहाली, आंगनवाड़ी कर्मियों को बहाल करवाने, बर्बाद फसलों व आगजानी से हुए नुकसान व लंबित मुआवजों की अदायगी, बीमा कंपनियों की लूट के खिलाफ, बी बी एम बी व चंडीगढ़ के नियम संशोधन को वापिस लेने, ट्यूबवेल की बिजली आपूर्ति बढ़ाने, गन्ना उत्पादकों की समस्याएं इन सभी मांगों पर औढ़ां रैली से पहले अगर हरियाणा सरकार हमारे से बात करके इन मांगों का हल करती है तो ठीक है।

नहीं तो 29 मई को ही औढ़ां में रैली स्थल पर किसान मजदूर बेरोजगार युवा अपना पड़ाव लगा देंगे। किसी भी तरह के नुकसान का जिम्मेदार सिरसा प्रशासन व हरियाणा सरकार होगी। विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए प्रधान लखविंद्र सिंह ने अपनी टीम के साथ चकेरियां, औढ़ां, ख्योंवाली, आनंदगढ़, रोहिड़ावाली, रूघुआना गांवों में जाकर किसानों को आमंत्रित किया। इस मौके पर तेजू मेहता, गांव चकेरिया से पूर्व सरपंच नछत्तर सिंह, सरपंच सतपाल सिंह, रघुवीर सिंह, गुरमीत सिंह, मि_ू सिंह खालसा, जग सिंह खालसा, कौर सिंह औढ़ां, रोहिड़ांवाली से सरपंच गुरदेव सिंह, पूर्व सरपंच जगजीत सिंह, विनोद कुमार, मनदीप औलख, भरत सिंह गोदारा, बिंदर सिंह पूनियां, रुपा राम, जगजीत सिंह पूनियां, रघुआना ढाणियों से महेंद्र सिंह, दरबार सिंह, दर्शन सिंह सहित किसान व मजदूर साथी उपस्थित थे।