लखनऊ: लंबे समय से समाजवादी पार्टी (सपा) में अनदेखी झेल रहे पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने बुधवार को बड़ा ऐलान करते हुए पार्टी से अलग होने संकेत दे दिये। शिवपाल ने समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा का गठन किया और कहा कि वह पार्टी से उपेक्षित लोगों को इस मोर्चे से जोड़ेंगे। इसके साथ ही छोटी पार्टियों का साथ लेकर 2019 में चुनाव लड़ेंगे।
शिवपाल सिंह ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव भी समाजवादी सेक्युलर मोर्चे से जुड़ेंगे। शिवपाल ने कहा कि वह नेताजी को सम्मान न दिए जाने से दुखी हैं और सेक्युलर मोर्चे के सहारे छोटे दलों को जोड़ेंगे। सूत्रों के मुताबिक, शिवपाल पार्टी से काफी नाखुश हैं। ऐसे में वो जल्द ही सपा को इस्तीफा सौंप सकते हैं।
गौरतलब हो कि शिवपाल ने पार्टी में हो रहे उनके अनदेखे को लेकर अपना दर्द जाहिर किया था। उन्होंने कहा था कि हम चाहते हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में साथ मिलकर चुनाव लड़े, डेढ़ साल से सड़क पर हूं, लेकिन पार्टी ने कोई ज़िम्मेदारी नहीं दी है। इटावा मे रविवार को फ्रेंड्स कॉलोनी मे शिवपाल ने अपनी बहन से राखी बंधवाने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ये बात कही थी।
सपा में किया जा रहा था दरकिनार
दरअसल, शिवपाल यादव को उनके बड़े भाई मुलायम सिंह यादव ने पिछले साल ही भरोसा दिलाया था कि सपा में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। पिछले साल जब एसपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई तो भी यह तय माना जा रहा था कि उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया जाएगा। हालांकि, उनके दूसरे बड़े भाई प्रफेसर रामगोपाल यादव को प्रधान महासचिव तो बना दिया गया, पर उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई। इससे वह पहले निराश थे।