शाहजहांपुर। शहर के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह अपने कार्यों के लिए हमेशा ही चर्चा में बने रहते है। इसी कड़ी में शुक्रवार को वह एक बार फिर चर्चा में आए।
उन्होंने स्कूली बच्चे को एक दिन का जिलाधिकारी बना दिया, जो बड़ा होकर आईएएस अधिकारी बनना चाहता है। एक दिन के लिए जिले का डीएम बनने के बाद बच्चे ने जिलाधिकारी से आखिरकार पूछ ही लिया कि शहर को कैसे प्लास्टिक मुक्त किया जाए?
दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल के बच्चे समाज की सबसे जटिल समस्या प्लास्टिक बैग को लेकर मुक्त अभियान के तहत कार्यक्रम चला रहे हैं।
इसी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शुक्रवार को बच्चों का एक दल स्कूल के प्रबंधक राकेश यादव के नेतृव में जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह से मिलने उनके कार्यालय पहुंचा।
जिलाधिकारी ने बच्चों से परिचय लेने बाद पूछा कि पढ़ लिखकर भविष्य में वह क्या बनना चाहते हैं तो जवाब देते हुए किसी बच्चे ने बताया कि वह वैज्ञानिक बनेगा तो किसी ने कहा कि वह इंजीनियर बनना चाहता है।
इस दौरान कक्षा आठ में पड़ने वाले मुद्दसिर व कक्षा नौ की छात्रा प्रवलीन कौर ने बताया कि वो आईएएस अफसर बनाना चाहते हैं।
जिस पर जिलाधिकारी अपनी कुर्सी से उठ गए और बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए मुद्दसिर व प्रवलीन को अपनी कुर्सी पर बैठा दिया तथा खुद पास में पड़ी एक कुर्सी पर बैठ गए।
इस दौरान कुछ समय के लिए जिलाधिकारी बने बच्चों ने डीएम के कार्यभार को समझा और डीएम के पास फरियाद करने पहुंचे लोगों की समस्याओं को भी सुना। इतना ही नहीं बच्चों ने शहर को प्लास्टिक से मुक्त करने के लिए डीएम से चर्चा भी की।
जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि प्लास्टिक मुक्ति कार्यक्रम के सम्बंध में बच्चों का एक दल उनसे मिलने आया था। इस दौरान बच्चों ने बताया कि वो आईएएस, डॉक्टर, इंजीनियर बनना चाहते है।
बच्चों को प्ररित करने और उनका आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए बच्चों को कुछ समय के लिए डीएम के रूप में काम काज देखने की जिम्मेदारी सौंपी थी।