अभी कुछ दिनों पहले ही आपने एक ऐसी तस्वीर देखि थी जिसमें कुछ दोस्त एक सोफ़े पर बैठे थे और देखने से ऐसा लग रहा था जैसे उनमें से एक के दोनों पैर नहीं हैं। बात सिर्फ़ इतनी सी थी कि तस्वीर कुछ इस तरह से ली गई थी कि देखने वाले को ऐसा लगता था जैसे उन लड़कियों में से एक के पैर गायब हैं। ये सिर्फ़ आंखों और दिमाग का खेल था।
अब इस तस्वीर को ही ले लीजिए। इसे देखकर आपको कुछ अजीब नहीं लग रहा? नहीं लग रहा तो ज़रा लड़की के पैरों पर ध्यान दीजिए। अब समझ में आया?
आपको ऐसा नहीं लगा जैसे इसके तीन पैर हैं?
इस तस्वीर के साथ प्रॉब्लम बस इतनी सी है कि इसमें ये लड़की एक फूलदान लेकर बैठी है जो एक नज़र में उसके पैर जैसा लग रहा है।
कुछ लोगों के लिए ये दिमाग चकरा देने वाला था वहीं कुछ के लिए इसमें कोई ख़ास बात नहीं थी। वहीं कुछ लोग यही नहीं समझ पाए कि इस तस्वीर के साथ असल में दिक्कत क्या है।
यहां बात दिमाग और आँखों के ताल-मेल की है। इसे देखने के बाद आप भी समझ ही गए होंगे कि आपका प्रेज़ेंस ऑफ़ माइंड कितना अच्छा/बुरा है!