लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में पीडि़त परिवार वालों से मिलने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के रोके जाने पर उन्होंने ने सीओ से कहा कि बिना वारंट के किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकते। यह किडनैपिंग है। बाद में सीओ हितेंद्र कृष्ण ने कहा, कि मैम बगैर वारंट के भी गिरफ्तारी हो सकती है। इसके बाद प्रियंका गांधी को चुनावी गेस्ट हाउस लाया गया।
वहीं, धरने पर बैठीं प्रियंका ने बताया कि वह सोनभद्र में हुई झड़प में मारे गए लोगों के परिवार से मिलने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से जा रहीं थी। लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोक लिया गया। इस बावत उन्होंने कहा कि उन्हें वहां रोकने का लिखित आदेश दिखाया जाए।यदि ऐसा नहीं होता है तो वह पीड़ितों से मिलने के लिए सिर्फ चार लोगों के साथ भी सोनभद्र जाने को तैयार हैं।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, कि उन्हें हिरासत में नहीं लिया गया है बल्कि उन्हें केवल रोका गया है। उन्होंने कहा कि प्रियंका को चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया है। इससे पहले बीएचयू के ट्रामा सेंटर में सोनभद्र में हुए नरसंहार के घायलों का हाल जानने शुक्रवार की सुबह 11:05 पर प्रियंका गांधी ट्रामा सेंटर पहुंचीं। पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। ट्रामा सेंटर के बैक एंट्री गेट से प्रियंका गांधी को हॉस्पिटल में प्रवेश कराया गया। इस दौरान मीडिया को उनसे दूर रखा गया। काफी प्रयास के बाद भी मीडिया से उनकी बात नहीं हो पाई।