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सोनभद्र हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई, एसडीएम, सीओ समेत पांच निलंबित

 

 

 

 

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र में दस लोगों की हत्या के मामले में गठित जांच की संस्तुति पर बड़ी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को वहां के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) और क्षेत्राधिकारी (सीओ) समेत पांच लोगों को निलंबित कर दिया। मुख्यमंत्री ने यह घोषणा आज विधानसभा में की। बताया कि इस मामले में अब तक 29 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।

सोनभद्र हत्याकांड को लेकर विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष ने आज जमकर हंगामा किया। इसके बाद नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी ने सदन को बताया कि अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन और मंडलायुक्त मिर्जापुर की जांच रिपोर्ट आते ही शासन ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सोनभद्र के घोरावल तहसील के एसडीएम, वहां के सीओ और इंस्पेक्टर के अलावा हल्के के दरोगा व बीट कांस्टेबल को तत्काल निलंबित कर दिया है।

मुख्यमंत्री योगी ने सदन को बताया कि जांच रिपोर्ट में इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गयी थी। साथ ही जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि एसडीएम घोरावल इस मामले में काफी दिनों से प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रहे थे।

इसके अलावा यह भी पता चला कि दोनों पक्षों के मध्य शांति भंग की आशंका लम्बे समय से बनी हुई थी। बावजूद इसके प्रभारी निरीक्षक घोरावल थाना और वहां के सीओ इस समस्या का यथेष्ट समाधान निकालने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किये।

योगी ने आगे बताया कि इस प्रकरण से जुड़े राजस्व अभिलेखों की जांच के लिए शासन द्वारा अपर मुख्य सचिव राजस्व की अध्यक्षता में एक तीन सदस्यीय कमेटी भी गठित कर दी गई है, जो वहां पूर्व में तैनात अधिकारियों की भूमिका की भी जांच करेगी और 10 दिन में अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

इस कमेटी में प्रमुख सचिव श्रम और विन्ध्याचल मण्डल के आयुक्त को सदस्य नामित किया गया है। उन्होंने बताया कि यह कमेटी यह भी पता लगायेगी कि भूमि के समय-समय पर नामांतरण में विधि के अनुसार कार्यवाही हुई अथवा नहीं। इसके आधार पर पूर्व के अधिकारियों का भी उत्तरदायित्व निर्धारित किया जायेगा।