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जानिए क्या है बाराबंकी कांड? जिसमें नप गए सीओ, डीआईओ और 8 कॉन्सटेबल, सभी निलंबित

प्रतीकात्मक तस्वीर

बाराबंकी। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले में एक बार फिर से जहरीली शराब का कहर देखने को मिला है। शहर के रामनगर स्थित रानीगंज में ज़हरीली शराब पीने से अब तक 12 लोगों की मौत हो गई है, जबकि पांच लोगों की हालत अभी भी नाज़ुक बनी हुई है। प्रशासन ने इस बात की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि मृतकों की संख्या में अभी इज़ाफा हो सकता है।

योगी सरकार ने इस प्रकरण में एक्शन लेते हुए डीईओ बाराबंकी शिव नारायण दूबे, आबकारी निरीक्षक रामतीरथ मौर्य, क्षेत्राधिकारी (सीओ) पवन गौतम, पुलिस निरीक्षक रामनगर राजेश कुमार सिंहन, 3 हेड कांस्टेबल और सर्कल के 5 कांस्टेबल को निलंबित कर बड़ी कार्रवाई की है। वहीं शराब के ठेका का मालिक आरोपी सुनील जायसवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि मरने वालों ने इसी के ठेके की शराब पी थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले में संवेदना व्यक्त करते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उप्र के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि इस पूरे मामले में अभी तक जिला आबकारी अधिकारी और तीन हेड कॉन्स्टेबल और पांच कांस्टेबल को भी निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच के आदेश भी दे दिए गये हैं। दोषियों को सख्त से सख्त सज़ा मिलेगी।

गौरतलब है कि बाराबंकी के रानीगंज इलाके में जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत हो गई। इनमें चार लोग एक ही परिवार से हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, शराब पीने के बाद लोगों को दिखना बंद हो गया था। इलाज के दौरान मंगलवार सुबह तक पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं दोपहर तक संख्या बढ़कर 12 हो गई। बताया जा रहा है कि कई लोगों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। सभी का नजदीकी अस्पताल में इलाज चल रहा है।