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कर्नाटक विसचुनाव: कांग्रेस के बाद भाजपा ने जारी किया घोषणापत्र, महिलाओं और स्मार्टफोन का लिया सहारा

विधानसभा चुनाव 2018 में बस अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं. ऐसे में भाजपा-कांग्रेस ने चुनावी रैलियां तेज कर दी हैं. कर्नाटक में 12 मई 2018 को मतदान होगा और मतगणना 18 मई को होगा. कर्नाटक में एक ही चरण में चुनाव होंगे. कर्नाटक में 224 सीटों पर मतदान होंगे.कांग्रेस के बाद भाजपा ने भी कर्नाटक चुनाव के लिए किसानों, युवाओं और महिलाओं को लुभाता घोषणापत्र पेश किया है. दोनों दलों के घोषणापत्र में कम से कम सात मुद्दे ऐसे हैं, जिनमें एक जैसे वादे किए गए हैं.

भाजपा ने जारी किया घोषणापत्र

भारतीय जनता पार्टी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. राज्य में पार्टी प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा ने बीजेपी का घोषणा पत्र जारी किया. पार्टी ने वादा किया है कि अगर कर्नाटक में उसकी सरकार बनी तो किसानों 1 लाख रूपए तक के क़र्ज़ माफ किये जाएंगे और इससे जुड़े फैसले पहली ही कैबिनेट बैठक में लिये जाएंगे.

घोषणा पत्र में किसानों के लिए योजनाएं

पार्टी ने सभी सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने के लिए विशेष कोष का भी वादा किया है. पार्टी ने कहा है कि 2023 तक सिंचाई परियोजनाओं के लिए घोषणा पत्र में एक लाख पचास हजार करोड़ रुपये आवंटित किये जाएंगे. इसके लिए “सुजलाम सुफलाम कर्नाटक योजना” लाने की बात कही गई है. राज्य में सभी जलाशयों और झीलों को फिर से जीवंत करने के लिए “मिशन कल्याणी” लॉन्च करने का वादा किया गया है. सूखा प्रभावित इलाकों में 20 लाख किसानों को 10 लाख रुपये तक की मदद का भी वादा किया गया है. वहीं पार्टी ने युवाओं के लिए पांच साल में एक करोड़ नौकरी देने का वादा भी किया है.

कांग्रेस-भाजपा के कई वादे एक जैसे

पिछले हफ्ते कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में इसी का जिक्र किया. अब भाजपा ने भी वही वादा दोहराया. कांग्रेस ने कर्ज माफी पर खुद तो एलान नहीं किया लेकिन राहुल गांधी लगातार नरेंद्र मोदी से किसानों को कर्ज माफी पर सवाल पूछ रहे थे. अब भाजपा के घोषणापत्र में फसली कर्ज माफी का जिक्र आया. कांग्रेस जहां कर्नाटक के युवाओं को मुफ्त स्मार्टफोन देने का वादा कर रही है, वहीं भाजपा गरीब महिलाओं को फ्री स्मार्टफोन देने की बात कह रही है.