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सुरक्षा को धता सिखा कर पुलिस हिरासत से फरार हुए चार आटोलिफ्टर 

लखीमपुर-खीरी। सदर कोतवाली पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। करीब चार दिन पहले गिरफ्तार किए गए चार आटोलिफ्टर रविवार को कोतवाली परिसर से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। सूत्रों की मानें तो चारों के फरार होने के बाद पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापे डाल रही है।
मजे की बात तो यह है कि सदर कोतवाली मे जहां दिन-रात कई चौकी इंचार्ज से लेकर दर्जनों पुलिसकर्मी तैनात रहते हो, वहां से चार आटोलिफ्टर आराम से फरार हो गए। हैरानी तो यह भी है कि चंद माह पहले ही यहां सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए थे। बावजूद इसके चारों आटोलिफ्टर बिना किसी दिक्कत के खाकी की वर्दी पर दाग लगाकर फरार हो गए।

सदर कोतवाल बोले पुछताछ के बाद छोडे गए है आरोपी

जानकारी के अनुसार सदर कोतवाली पुलिस इन्द्रजीत सिंह उर्फ जीता निवासी टिप्पन पुरवा व बलदेव सिंह निवासी देवीशाहपुरवा थाना खीरी व दो अन्य आटोलिफ्टरों को करीब चार दिन पूर्व पकड़ कर लाई थी। पुलिस यहां उनसे पूछतांछ कर रही थी।

जीता की मां बोली चार दिन से पुलिस हिरासत मे था मेरा बेटा

पुलिस घटना का खुलासा करती इससे पहले ही चारों आटोलिफ्टर कोतवाली पुलिस के चंगुल से फरार हो गए। जिसके बाद पुलिस गुपचुप तरीके से चारों की तलाश में जुटी हुई है। इधर बलदेव सिंह की मां बलदीश कौर जब अपने बेटे से मिलने कोतवाली पहुंची तो पुलिस ने बलकीश कौर को यह कहकर भगा दिया कि बेटे से अब जेल में ही मिलना।

जीता की मां बोली चार दिन से पुलिस हिरासत मे था मेरा बेटा

वहीं दूसरी तरफ जब यह जानकारी मिली कि उनके पुत्र को छोड़ दिया गया तो उन्होंने कहा कि आखिर मेरा बेटा है कहां। बलदीश ने बताया कि वह दो बार कोतवाली में अपने बेटे से मिल चुकी है, लेकिन अब पुलिस ठीक से जवाब नहीं दे रही है। कोतवाली से आटोलिफ्टरों के फरार होने के बाद जहां खाकी उनकी तलाश में जुटी है। वहीं लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास डगमगाता हुआ दिख रहा है। इस सम्बन्ध में शहर कोतवाल अशोक कुमार पांडेय ने कहा कि चारों को पूछतांछ के लिए लाया गया था। जिन्हें छोड़ दिया गया है।