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काउंटर में अपने अंजाम तक पहुंच गया कुख्यात इनामी अपराधी लीलो उर्फ फौजी 

लखीमपुर-खीरी। अपराध व भयमुक्त समाज की योगी सरकार की मंशा को अमलीजामा पहनाते हुए एसटीएफ लखनऊ और खीरी पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर एक और अपराधी को उसके अंजाम तक पहुंचा दिया। ओयल चैकी क्षेत्र में हुए इस एनकांउटर में करीब 45 हजार के ईनामी बदमाश को मार गिराया गया। करीब एक माह पहले एसटीएफ व खीरी पुलिस के संयुक्त अभियान में एक लाख के ईनामी बग्गा का भी एनकांउटर किया जा चुका है। 
 जानकारी के अनुसार खीरी थाना क्षेत्र की रिर्पोटिंग चैकी ओयल के अन्तर्गत सुन्सी मोड़ पर वांटेड अपराधी लीलो उर्फ फौजी के होने की सूचना मुखबिर द्वारा एसटीएफ को मिली थी, जिसके बाद खीरी पुलिस के साथ साझाा अभियान चलाकर लीलो की घेराबंदी की गई। पुलिस से आमना-सामना हुआ तो गोलियों की आवाज से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। लीलो की ओर से ही करीब छह राउंड फायर किया गया। योजनाबद्ध तरीके से किए गए इस आपरेशन में आखिरकार लीलो को उसके अंजाम तक पहुंचा दिया गया। सूत्रों की मानें तो जिस समय यह एनकांउटर हुआ उस समय लीलो के साथ एक और शख्स था जो भागने में सफल रहा।
पुलिस उस फरार व्यक्ति की भी तलाश कर रही है। आपकों बता दें कि लीलो उर्फ फौजी हापुड़ के बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम लुकराणा का निवासी है। लम्बे समय से लीलो अपनी पहचान छिपाकर जनपद के मितौली थाना क्षेत्र के ग्राम कस्ता में रह रहा था। एसटीएफ लम्बे समय से लीलो पर अपनी नजर बनाए हुई थी। आखिरकार मुखबिर की सूचना मिली कि लीलो अपने किसी साथी के साथ सीतापुर होते हुए कहीं और जाने की फिराक में है। बिना देरी एसटीएफ ने खीरी पुलिस को साथ लेकर एनकांउटर आपरेशन को अंजाम दिया। जिस जगह पर यह एनकांउटर हुआ उस जगह पर कारतूसों के कई खोखे देखने को मिले। लीलो के पास 315 बोर का एक कटटा व एक पिस्टल सहित करीब आधा दर्जन कारतूस बरामद हुए। इस दौरान एक पल्सर बाइक भी बरामद हुई है। इसी बाइक पर सवार होकर लीलो खीरी से फरार होने के लिए निकला था। पुलिस को देख वह बाइक छोड़ खेतों की और भाग गया जहां पुलिस की गोली ने उसे उसके अंजाम तक पहुंचा दिया। 

चार राज्यों से करीब 45 हजार का ईनामी था लीलो 

लखीमपुर-खीरी। राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश में लीलो पर डेढ दर्जन से अधिक मुकदर्म  दर्ज है। इन चारों राज्यों में लीलो पर ईनाम भी है, करीब 45 हजार का ईनामी लीलो खुंखार अपराधी बन चुका था। एसटीएफ की रडार पर चल रहे लीलो को आखिरकार उसके अंजाम तक पहुंचा दिया गया। योगी सरकार के भय मुक्त समाज के अभियान को अमलीजामा पहनाते हुए इस एनकांउटर को अंजाम दिया गया है। इस एनकांउटर के बाद इन चारों राज्यों की पुुलिस ने राहत की सांस ली है। 

मध्य प्रदेश पुलिस को चकमा देकर भागा था लीलो

लखीमपुर-खीरी। शातिर अपराधी लीलो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। 26 दिसम्बर 2015 को मध्य प्रदेश पुलिस पांच गैगेस्टर्स को उज्जैन से भोपाल जेल ले जा रही थी। नूह मेवात इलाके में पुलिस टीम को दूध में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया और पांचों अपराधी शेर खान, शाहू, लीलो उर्फ फौजी, सरवर पहलवार व लियाकत वहां से फरार होने में कामयाब रहे। हालांकि सरवर पहलवान को पकड़ लिया गया था। लियाकत ने अगले ही दिन सरेंडर कर दिया था। बाकी तीनों गैगेस्टर तभी से फरार चल रहे थे। इनकी तलाश चारों राज्यों की पुलिस लगातार कर रही है। यूपी में भी अपराधिक ग्राफ को बढ़ाने में लीलो उर्फ फौजी का बड़ा हाथ था, यही कारण रहा कि लीलो एसटीएफ के रडार पर था। 

जमीनी विवाद के बाद हत्या से शुरू किया अपराध

लखीमपुर-खीरी। लीलो ने अपने गांव से ही अपराध की शुरूआत की थी। जमीनी विवाद के चलते लीलो ने पहली हत्या को अंजाम दिया, जिसके बाद वह अपराध की दुनिया में आगे बढ़ता गया। एक के बाद एक हत्या, लूट, डकैती जैसी घटनाओं को अंजाम देते हुए अन्तर्राज्यीय अपराधी बन गया। इस दौरान उसके कई बड़े अपराधियों से ताल्लुकात बन गए। आखिरकार लीलो के अंत ने इस बात को साफ कर दिया अपराधी कितना भी चालक हो आखिरकार उसका अंत पुलिस की गोली से ही होता है। 

39 दिन बाद हुआ दूसरा एनकांउटर

लखीमपुर-खीरी। अपराधी लीलो का एनकांउटर एसटीएफ व खीरी पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है। खीरी की धरती पर हुआ यह एनकांउटर पहला नहीं है। इससे महज 39 दिन पहले ही एसटीएफ लखनऊ की टीम ने खीरी पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में एक लाख के ईनामी बग्गा को उसके अंजाम तक पहुंचाया था। बग्गा पर भी करीब 23 मुकदमे दर्ज थे। सिंगाही थाना क्षेत्र में बग्गा का एनकांउटर हुआ था। बग्गा सिंगाही थाना क्षेत्र के ग्राम मांझा का निवासी था। अपहरण, हत्या, लूट व फिरौती जैसे अपराधों में लिप्त बग्गा नेपाल में बैठकर अपना अपराधिक नेटवर्क चला रहा था। 17 जनवरी 2018 को जब वह खीरी की धरती पर पहुंचा तो उसे उसके अंजाम तक पहुंचा दिया गया।