दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा सीरियल रेपिस्ट सुनील रस्तोगी का परिवार उसकी हरकतों से शर्मसार है। आमजन की तरह परिवार के सदस्यों में भी उसके प्रति आक्रोश है। पत्नी का कहना है कि इस करतूत के लिए तो उसे फांसी के फंदे पर लटका देना चाहिए।
बिलासपुर कोतवाली क्षेत्र की ट्रांजिट कैंप कालोनी निवासी सुनील को दिल्ली पुलिस ने 14 जनवरी को गिरफ्तार किया था। उसने इसी माह एक सात साल की बच्ची से दुष्कर्म किया था। साथ ही दो बच्चियों से दुष्कर्म का प्रयास किया था। पूछताछ में पता चला कि सुनील 12 साल से इसी तरह मासूम बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बना रहा था। वह सैकड़ों बच्चियों के साथ दरिंदगी कर चुका था। सुनील मूल रूप से मिलक के क्रमचा गांव का रहने वाला है।
वर्ष 2004 में सुनील काम की तलाश में दिल्ली गया था। वहां उसने टेलरिंग की। इस दौरान दरिंदगी पर कई बार लोगों ने उसे दबोचा और मारपीटकर पुलिस के हवाले किया। इस तरह मुकदमे बढऩे लगे तो वह दिल्ली छोड़कर परिवार के साथ रुद्रपुर स्थित ट्रांजिट कैंप कालोनी में रहने लगा। यहां भी उसकी हरकतें कम नहीं हुईं। पिछले साल उसने कालोनी के पास एक बालिका के अपहरण का प्रयास किया। लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। वह छह माह तक हल्द्वानी जेल में भी बंद रहा। सुनील के परिवार में उसकी पत्नी भावना और पांच बच्चे हैं। इनमें दो बेटे और तीन बेटियां हैं। बच्चों का कहना था कि उनके पापा अच्छे आदमी नहीं हैं। उन्होंने जो किया, उसके लिए उन्हें माफ नहीं किया जा सकता।