लखीमपुर/मितौली-खीरी। पत्रकारों पर हो रहे लगातार हमलों के बीच जहां गौरी लंकेश की हत्या हुई। वहीं दिल्ली के पांच पत्रकारों को जान से मारने की धमकी दी गई। इसी बीच लखीमपुर में पत्रकारों की सुरक्षा का एक मामला प्रकाश में आया। जहां एक सिपाही द्वारा पत्रकार व उसके भाई से अभद्रता और गाली-गलौज की गई।
पूरे मामले में पत्रकारों द्वारा उच्चाधिकारियों को जानकारी दी गई। इसके बावजूद पुलिस ऐसे गंभीर मसले पर कार्यवाही से कन्नी काट रही हैं। लामबंद हुए पत्रकारों ने सिपाही पर कार्यवाही को लेकर सीओ मितौली से मुलाकात की।
जानकारी के अनुसार मितौली थाने में तैनात डाक मैन सिपाही अर्जुन तोमर अवैध वसूली के चक्कर मे बगैर वर्दी पहने वाहन चेकिंग व बगैर नेम प्लेट लगाए एक अन्य सिपाही द्वारा मितौली थाने के सामने वाहन चेकिंग में अवैध वसूली कर रहे थे इसकी भनक टीवी चैनल के स्थानीय पत्रकार को लगी और वह मौके में पहुंचकर इस की कवरेज अपने सहयोगी से करवाने लगे… मोबाइल कैमरा चलता देख सिपाही अर्जुन तोमर व एक अन्य सिपाही भड़क उठे और पत्रकार से अभद्रता करने लगे गाली-गलौज करते हुए पत्रकार का गिरेबान भी पकड़ लिया तथा मारपीट पर आमादा हो गए हैं इस कृत्य को देखते हुए शनिवार को मितौली तहसील के पत्रकारों ने रोष व्याप्त करते हुए इसकी घोर निंदा की तथा सीओ मितौली को एक ज्ञापन भी सौंपा.
ज्ञापन में सिपाहियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है जबकि इस मामले में एस ओ मितौली उन सिपाहियों का पक्ष लेते हुए दिखाई पड़े। वही पत्रकारों ने 24 घंटे का समय देकर सिपाहियों के निलंबित किये जाने की माँग की हैं। यदि दिए गए समय पर उपरोक्त सिपाहियों के खिलाफ कार्यवाही ना की गई तो मितौली तहसील के समस्त पत्रकार सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।