बेंगलुरु। मंगल पर अपने झंडे सफलतापूर्वक गाड़ने के बाद अब इसरो की निगाहें शुक्र पर टिक गई है। अब इसरो शुक्र ग्रह पर पहुंचने के लिए अपने स्पेश मिशन की तैयारी कर रहा है। शुक्र पृथ्वी के सबसे करीब है। इसरो के इस मिशन के तहत वहां पर जीवन की संभावनाओं का पता लगाया जाएगा। रोमन संस्कृति में शुक्र को प्यार का देवता कहा जाता है।
इसके साथ ही इसरो का अंतरिक्षयान मंगल पर दोबारा यात्रा की तैयारी में जुट गया है। भारत का दूसरा मंगल मिशन 2021-22 में शुरू होगा, इस बार इसरो मंगल ग्रह को और बारीकी से समझने के लिए एक रोबोट को इस ग्रह की सतह पर उतारेगा। 2013 में शुरू हुआ भारत का मिशन पूरी तरह भारतीय है। इसरो के बढ़ते कदम के लिए यह दोनों ही मिशन एक मील का पत्थर साबित होंगे।
वहीं दूसरी ओर भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो बुधवार को एक ही मिशन के तहत 104 सैटेलाइट लॉन्च कर विश्व रिकार्ड बनाने जा रही है। अब तक एक स्पेस मिशन के तहत सबसे ज्यादा सैटेलाइट लॉन्च करने का वर्ल्ड रिकार्ड रूस के नाम है। रूस ने वर्ष 2014 में करीब 37 सैटेलाइट एक साथ लॉन्च किए थे।
अब तक दुनिया के किसी भी देश ने इतनी बड़ी तादाद में एक साथ सैटेलाइट लॉन्च करने का रिस्क नहीं लिया है। इससे पहले भी इसरो अपने ही बनाए रिकार्ड को सफलतापूर्वक तोड़कर आगे बढ़ता रहा है। यही वजह है कि आज इसरो दुनिया में मजबूती के साथ अपने कदम बढ़ा रहा है। आज यह दुनिया के लिए सबसे भरोसेमंद स्पेस एजेंसी है। यहां पर ध्यान देने वाली बात यह भी है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस साल स्पेस बजट में 23 प्रतिशत का इजाफा किया है। बजट में मंगल के मिशन- 2 और शुक्र मिशन का भी प्रावधान खासतौर पर जोड़ा गया है।