नई दिल्ली| नीति आयोग के महानिदेशक-डीएमईओ और सलाहकार अनिल श्रीवास्तव ने कहा कि मोदी सरकार फ्लैगशिप योजना ‘मेक इन इंडिया’ के जरिए साल 2020 तक 10 करोड़ नए रोजगार के अवसर देश के युवाओं को मिलेंगे. बता दें कि पीएम मोदी ने भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मेक इन इंडिया की शुरुआत की थी. मोदी खुद इस योजना के बारे में काफी कुछ कह चुके हैं. अगर नीति आयोग के महानिदेशक का दावा सच होता है तो इससे देश के युवाओं को काफी फायदा होगा. 

श्रीवास्तव का कहना है कि इस समय हम चौथे तकनीकी रेवॉल्यूशन के दौर से गुजर रहे हैं. इस दौरान नई तकनीक इस्तेमाल की जा सकती है. सरकार मेक इन इंडिया के जरिए 2020 तक 10 करोड़ युवाओं को रोजगार देने के मिशन के साथ आगे बढ़ रही हैं. इससे युवाओं को काफी फायदा होगा.

बता दें कि 2014 में सत्ता में आई मोदी सरकार ने देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ अभियान की शुरुआत की है. मेक इन इंडिया प्रोग्राम के माध्यम से सरकार मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर काफी फोकस कर रही है. ऐसे में उम्मीद की हां रही है कि अगले कुछ महीनों में बड़ी संख्या में नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे.

ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि देश के जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की हिस्सेदारी 2022 तक बढ़कर 25 पर्सेंट पर पहुंच सकती है. सरकार ने मेक इन इंडिया के तहत भारत में मैन्युफैक्चरिंग के लिए सहूलियत देने की योजना भी बनाई है.