Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

‘मुझे मौत का सौदागर तक कहा, आपको याद है?’, मोदी का कार्यकर्ता को फोन

9 और 14 दिसंबर को गुजरात चुनाव होने हैं. चुनाव को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पूरी तरह से गंभीर हैं. पीएम ने अपने गृह राज्य गुजरात की 5 बार यात्रा की है. गुजरात की जनता के साथ-साथ वो पार्टी कार्यकर्ताओं से भी संपर्क स्थापित कर रहे हैं.

इसी को लेकर उन्होंने दिवाली के दिन पार्टी कार्यकर्ता गोपालभाई गोहिल से बातचीत की. शाम करीब 4:30 बजे पीएम द्वारा फोन किया गया और दोनों के बीच 10 मिनट तक बातचीत हुई. पार्टी के छोटे से कार्यकर्ता के लिए ये पल किसी बड़ी खुशी से कम नहीं था.

दोनों के बीच कुछ इस तरह की बातचीत हुई, हालांकि ये बात गुजराती भाषा में हुई.

 पीएम मोदी- हैलो.

गोहिल- नमस्ते सर.
पीएम मोदी- नमस्ते गोपाल भाई. कैसे हैं आप?
गोहिल- मैं अच्छा हूं. हैप्पी दिवाली सर.
पीएम मोदी- मेरी तरफ से आपके घर वालों को भी दिवाली की शुभकामनाएं.
गोहिल- धन्यवाद सर. मैं गुजरात की सांस्कृतिक राजधानी वड़ोदरा के नागरिकों की ओर से आपको दीपावली शुभकामनाएं देता हूं.
पीएम मोदी- मैं वड़ोदरा का बहुत ऋणी हूं. उसने मुझे अत्यंत सम्मान और प्रेम दिया है. मैं वड़ोदरा का आभारी हूं. क्या आप अभी भी एक स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं या आपने कोई नया व्यवसाय शुरू किया है?
गोहिल- सर, मैं और मेरी पत्नी अभी भी खांदेराओ मार्केट में व्रज सिद्धि टावर के पास स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं. मुझे याद है कि वड़ोदरा में रोड शो के दौरान राज महल रोड पर मैंने आपको देखा था.
पीएम मोदी- मुझे याद है वो दिन दोस्त
गोहिल- मेरा आपसे एक सवाल है. गुजरात में हाल की घटनाओं और कांग्रेस पार्टी की बुरी बयानबाजी के बाद हम अपने कार्यकर्ताओं को प्रभावित होने से कैसे रोकेंगे?
पीएम मोदी- देखिए, जनसंघ के जन्म के बाद से ही अपमान हमारी किस्मत बन गया है.
पीएम मोदी- जब हम राजनीति में उतरते हैं तभी से अपमान और गाली हमरा भाग्य बन जाती है. ऐसे अपमान और गालियों से हम उबरे हैं. तो मेरी सलाह यही है कि आप ऐसी नकारात्मता के बारे में चिंता न करें.
गोहिल- सही
पीएम मोदी- क्या आप मुझे किसी ऐसे चुनाव के बारे में बता सकते हैं जो झूठ और आलोचना से अछूता रहा हो?
गोहिल- सही कह रहे हैं सर. कांग्रेस ने पहले भी इसका सहारा लिया है.
पीएम मोदी- उन्होंने मुझे मौत का सौदागर तक कहा. क्या आपको याद है?
गोहिल- हां सर
पीएम मोदी- अब बताइए क्या इससे ज्यादा बुरा कुछ हो सकता है? खूनी, खून से सना हाथ जैसे शब्द मेरे लिए बोले गए. लेकिन जनता के पास दिमाग है और वो असलियत जानते हैं.
गोहिल- हां सर
पीएम मोदी- पहले तो अफवाहें केवल मुंह से फैलाई जाती थी अब व्हाट्सएप जैसे ऐप से इसे फैलाया जा रहा है. उन्हें झूठ फैलाने दो. जनता खुद सही और गलत में फर्क कर लेगी. तो इन अफवाहों या नकारात्मक अभियान के बारे में चिंता न करें.
पीएम मोदी- इन बातों को अपने मन पर हावी न होने दें. इसके बजाए हमारे विजन और सच्चाई को जनता तक पहुंचाने पर ध्यान दें. अफवाहों, गपशप और झूठ पर अपना वक्त बर्बाद न करें.
गोहिल- जी सर.
पीएम मोदी- होता ये है कि लोग ऐसे मैसेज को बिना जाने आगे फैलाते रहते हैं. हमें इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि हम एक महान काम के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और सच्चाई का रास्ता अपना रहे हैं.
गोहिल- हां सर