Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

मनमोहन ने ए राजा से कहा- आपका बरी होना, मेरी नीतियों की जीत

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि 2जी स्पेक्ट्रम मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं द्रमुक के नेता ए राजा का बरी होना उनके रुख का सही साबित होना है.

दो जनवरी को राजा को लिखे गए पत्र में मनमोहन ने राजा से कहा , ‘मुझे बहुत खुशी है कि 2जी मामले में आप सही साबित हुए.’ द्रमुक ने गुरुवार को मीडिया में यह पत्र जारी किया.

पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और द्रमुक की सांसद कनिमोई को 21 दिसंबर को एक विशेष अदालत ने 2जी मामले में बरी कर दिया था.

अदालत के फैसले की तारीफ करते हुए राजा ने कहा था, ‘इस फैसले के आने से पहले भी मैंने हमेशा सही महसूस किया था, क्योंकि मेरे फैसलों के फायदेमंद नतीजे स्पष्ट हैं और देश के लोग (खासकर गरीब) उसका आनंद ले रहे हैं.’ राजा ने कहा कि वह तो दूरसंचार क्षेत्र में ‘‘क्रांति’’ लाए हैं.

गौरतलब है कि 2जी स्पेक्ट्रम का यह कथित घोटाला मनमोहन सरकार में हुआ था.

राज्यसभा सदस्य मनमोहन ने कहा कि राजा और उनके परिवार को ‘इस प्रक्रिया में काफी परेशानी उठानी पड़ी.’ उन्होंने कहा, ‘हमारे सभी मित्र काफी राहत महसूस कर रहे हैं कि सच की जीत हुई है.’ कांग्रेस नेता ने राजा और उनके परिजन को नए साल की शुभकामनाएं दी.

ए राजा ने मनमोहन सिंह को लिखी थी चिट्ठी

बता दें कि सीबीआई की विशेष अदालत से बरी होने के कुछ दिनों बाद ए राजा ने मनमोहन सिंह को एक चिट्ठी लिखी थी.

राजा ने इस मामले में मनमोहन सिंह से समर्थन मांगा था. सीबीआई की विशेष अदालत ने 2जी मामले के सभी आरोपियों को बरी कर दिया था. इन आरोपियों में ए राजा और कनिमोझी समेत कई आरोपी थे.

फैसला आने के पांच दिनों बाद 26 दिसंबर को ए राजा ने मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखी. उन्होंने लिखा, ‘मैंने आपको कई बार भरोसा दिलाया था कि मैंने इस मामले में कुछ भी गलत नहीं किया था. मैंने कई बार कहा था कि मैंने राष्ट्रीय हित में काम किया है और मैं इसे साबित करके रहूंगा.’

मजबूरियों की वजह से नहीं कर पाए समर्थनः राजा

उन्होंने आगे लिखा है, ‘मैं आपकी मजबूरी भी समझता हूं, जिसकी वजह से आप मेरा खुलकर समर्थन नहीं कर सके. अब 2जी घोटाले के बारे में सच दुनिया के सामने है. शायद अब आप मेरे समर्थन में सामने आ सकते हैं, जो आप पहले नहीं कर सके.’

राजा ने कहा, ‘इससे यूपीए सरकार को नुकसान हुआ और मेरे भी सात साल खराब हुए, जिसमें से 15 महीने जेल में गुजरे.’ इस दौरान राजा ने बिना नाम लिए अपने पूर्व सहयोगियों को भी निशाना बनाया. उन्होंने लिखा है, ‘अब शायद आपको पता चल गया होगा कि कैबिनेट के कुछ वरिष्ठ सदस्यों के उलट मैं हमेशा आपके प्रति वफादार रहा.’