2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के 350 सीटें जीतने का लक्ष्य घोषित करने के साथ ही विपक्षी एकजुटता की कवायद भी शुरू हो गई है. इस कड़ी में बीजेपी को टक्कर देने के लिए तमाम क्षेत्रीय क्षत्रप अपने मतभेदों को भुलाते हुए एक मंच पर आने की कोशिशों में लगे हैं. संभवतया इसीलिए पहली बार मायावती के पोस्टर में धुर विरोधी सपा नेता अखिलेश यादव की तस्वीर भी दिखने लगी है.
दरअसल 27 अगस्त को पटना में लालू प्रसाद यादव की राजद ने विपक्ष को एकजुट करने के मकसद से एक बड़ी रैली का आयोजन कर रखा है. इसमें बड़े विपक्षी नेताओं की जुटान एक मंच पर तय है. इस रैली में अखिलेश यादव भी शिरकत करने पहुंच रहे हैं. इसी सिलसिले में बीएसपी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्टर जारी किया है. इसमें मायावती के साथ पहली बार अखिलेश यादव का फोटो भी दिख रहा है. हालांकि मायावती इस रैली में नहीं पहुंचेंगी लेकिन बीएसपी के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा शामिल होंगे.
इनके अलावा इस पोस्टर में राजद नेताओं लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव, नीतीश कुमार के बीजेपी से हाथ मिलाने के बाद बगावती तेवर अपनाने वाले शरद यादव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीरें हैं.
शरद यादव ने नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत कर दी है. जदयू ने धमकी दी है कि यदि वह लालू प्रसाद की रैली में शिरकत करेंगे तो उनको पार्टी से भी निकाला जा सकता है. जदयू पहले ही उनको राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटा चुका है. नीतीश ने सीधा हमला बोलते हुए कहा भी है कि यदि आपमें हिम्मत है तो पार्टी को तोड़ दीजिए और यदि राजद की रैली में शामिल होते हैं तो अपनी राज्यसभा सीट खोने के लिए भी तैयार रहिए.