एएसपी पूर्वी ने बताया कि विनोद सिंह मूलरूप से गोंडा का रहने वाला था। शनिवार सुबह करीब 11 बजे वह अपने घर से कचहरी जाने की बात कहकर अलीगंज के किदवईनगर निवासी साथी बाबू जायसवाल के साथ उसकी बाइक से निकला था। रास्ते में ही उसने कहीं से अपनी कार उठाई और बाबू जायसवाल को छोड़ दिया। कचहरी से वकील अंबरीष प्रताप सिंह और दीपक श्रीवास्तव को साथ लेकर वह बंथरा थाने की तरफ चल दिया।
सरोजनीनगर के गौरी बाजार में बीडीओ से कुछ काम होने की बात कहते हुए दोनों वकील कार से उतर गए जबकि विनोद आगे चला गया। दोपहर करीब तीन बजे हनुमानपुरी स्थित देशी शराब के ठेके के पास उसे गोली मार दी गई। शराब ठेके के सेल्समैन रविशंकर से सूचना पाकर एएसपी पूर्वी के अलावा सीओ कृष्णानगर दिनेश कुमार सिंह और सरोजनीनगर व बंथरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। विनोद का शव कार के बाहर सड़क किनारे पड़ा हुआ था।
इसके अलावा विनोद का सरोजनीनगर के कानपुर रोड स्थित बाग नंबर दो और हुसैनगंज के एपी सेन रोड पर दो बड़े मकान भी हैं। दोनों मकान उसने किराये पर दे रखे हैं। पुलिस ने बताया कि विनोद राजधानी के कई थानों से शराब तस्करी में जेल जा चुका है। उसके खिलाफ कानपुर सहित कई जिलों में शराब तस्करी के मुकदमे दर्ज हैं। फिलहाल वह बंथरा थाना से वांछित चल रहा था।
सोमवार रात विनोद हरियाणा से अवैध शराब की 510 पेटी लेकर आ रहा था। प्रतिद्वंदी ने मुखबिरी कर दी, जिससे पूरा माल बंथरा पुलिस ने बनी-मोहान रोड पर पकड़ लिया था। ट्रक में मौजूद विनोद और उसका साथी विनोद जायसवाल भाग निकले थे, जबकि चालक कल्लू कश्यप को गिरफ्तार कर लिया गया था।