देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी।
शारदा नदी के कटान में बेड़हासुतिया गांव बाढ़ में समाने के बाद भी प्रशासन अभी तक हरकत में आया है। प्रशासन द्वारा अभी तक कटान रोकने को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया। जबकि अभी दो दिन पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष और एसडीएम द्वारा निरीक्षण भी किया गया था।
- बताते चलें कि जिले में कई क्षेत्रों में बाढ़ का कहर जारी है। लोगों की फसलें और मकान में बह चुके हैं। लोग बाढ़ क्षेत्रों से पलायन कर रहे हैं। लेकिन जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ पीडि़तों को कोई राहत नहीं मिल रही है।
- बावजूद इसके जब शासन से बाढ़ पीडि़तों को बाढ़ से निजात दिलाने का फरमान जारी है। कई मंत्रियों ने भ्रमण के दौरान प्रशासन को सख्त चेतावनी दी थी कि बाढ़ आने से पहले ही बाढ़ से बचने के प्रबंध कर लें। प्रशासन की लापरवाही के चलते अभी तक कटान की गति वैसी ही है। फसलें नदी में बह जा रही हैं।
सपा के एमएलसी और पूर्व विधायक ने लिए जायजा
- रविवार को समाजवादी पार्टी के एमएलसी शशांक यादव व पूर्व विधायक रामसरन दोपहर को ग्राम बेड़हासुतिया नदी कटान पर पहुंचे और वहां का जायजा लिया। वहां मौजूद लोगों ने एमएलसी को बताया कि गूम, बेड़हा सुतिया, अहिरान व लगड़ीपुरवा गांवों पर अब बाढ़ का खतरा मडऱाने लगा है।
- बेड़हा गांव को जाने वाली पुलिया भी कट गई है। यदि कटान हुआ तो लोगों को गांव से निकलना मुश्किल हो जायेगा। एमएलसी ने एसडीएम से इस पुलिया के लिए बात की तो एसडीएम ने एई सिंचाई विभाग से कहा कि पुलिया पर तुरंत काम कराया जाए।
आने जाने का बनेगा रास्ता
- एई ने कहा कि काम जल्दी ही चालू करवाया जाएगा। उसमें ईट व मिट्टी की बोरी लगवाकर रास्ता चालू करवाया जाएगा।
- वहीं सपा एमएलसी शशांक यादव ने जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार पर बाढ़ पीडि़तों को राहत देने में लापरवाही का आरोप लगाया है। इस संबंध में एसडीएम नागेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि नदी मे पानी कम पड़ रहा है। अब कटान रोकने के लिए पीछे से काम शुरू होगा।
वीडियो:बाढ़ से कट रहे खेत