सेना प्रमुख बिपिन रावत ने मंगलवार को कहा कि पूर्व में की गयी सर्जिकल स्ट्राइक पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए की गई एक कठोर कार्रवाई थी जिससे वह आगे कभी हमारी सीमा के अंदर कोई भी आतंकी धमाका न कर सके। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले वक्त में यदि जरूरत पड़ी तो हम ऐसी कार्रवाई बार बार करेंगे।आर्मी चीफ ने यह बातें एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहीं। उन्होंने कहा कि अगर सीमा पार बैठे आतंकी लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर स्थिति बिगाड़ने की कोशिश करेंगे तो हम ऐसी ऐसी कार्रवाई बार बार करने से गुरेज नहीं करेंगे। रावत ने कहा कि सेना के पक्ष में कहा कि उनको आतंकियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई करने का पूरा हक है। उन्होने सर्जिकल स्ट्राइक के सफल ऑपरेशन का श्रेय पूर्व सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग को दिया।
बता दें कि जनरल रावत ने देश के 27वें सेना प्रमुख के रूप में शनिवार (31 दिसंबर, 2016) को पदभार संभाला था। खास बात यह है कि पद भार संभालते ही सेना प्रमुख ने कहा था कि सेना की प्राथमिकता सीमा पर शांति बनाए रखने की है लेकिन वह ‘‘जरूरत पड़ने पर अपनी ताकत का इस्तेमाल करने से नहीं’’ चूकेगी।
जनरल बिपिन रावत को आर्मी चीफ बनाने को लेकर काफी विवाद भी हुआ था। सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को नया थलसेनाध्यक्ष चुना था। जिसके लिए सीनियरिटी के आधार पर चीफ बनाने की प्रक्रिया में 1983 के बाद पहली बार फेरबदल किया गया था।