प्रियंका गांधी शुक्रवार को अमेठी और रायबरेली में चुनाव प्रचार करेंगी। उनके साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष और उनके भाई राहुल गांधी भी होंगे। पार्टी के इस फैसले से उत्तर प्रदेश में प्रियंका के प्रचार में उतरने को लेकर व्याप्त संशय खत्म हो गया है। माना जा रहा है कि यह फैसला कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली के उम्मीदवारों की गुजारिश पर लिया गया है।
चर्चा यह भी है कि केंद्रीय मंत्री और लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल के खिलाफ लड़ने वाली स्मृति ईरानी के प्रियंका पर किए गए सियासी हमले भी इस फैसले की एक वजह हैं। स्मृति ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के चुनावी मंचों से कहा था कि प्रियंका चुनाव प्रचार के लिए बाहर नहीं निकल रही हैं।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रियंका और राहुल दोनों जगहों पर कार्यकर्ताओं के साथ भी बैठकें करेंगे। इनका मुख्य मकसद राज्य में बचे पांच चरण के चुनावों के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को यह संदेश देना है कि शीर्ष नेतृत्व उनके साथ खड़ा है। सूत्रों का कहना है कि प्रियंका अमेठी और रायबरेली के बाद अन्य क्षेत्रों में भी प्रचार में उतरेंगी। राहुल के साथ भी उनके कई कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं।