एक अधिकारी ने बताया कि इस तरह के निर्देश साल 2013 में भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) की ओर से जारी किए गए थे लेकिन उनका ठीक से पालन नहीं किया गया. एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (सिटी) के. पी. सिंह ने बताया कि पर्यटकों के लिए ताजमहल बंद होने के बावजूद बाहरी लोगों के प्रवेश से विश्व धरोहर की सुरक्षा बुरी तरह प्रभावित होती है. ताजमहल पर अब से हर शुक्रवार को तीनों गेटों पर मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे. ताज की सुरक्षा में लगे प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल जांच पड़ताल के बाद ही स्थानीय व्यक्तियों को नमाज के लिए अंदर प्रवेश की अनुमति देंगे.