देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी।
जो बच्चे जेई टीकाकरण से वंचित रह गए हैं उनको एक अभियान के तहत टीका लगाया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने रूपरेखा तैयार कर ली है। यह अभियान दो अप्रैल से सोलह अपै्रल तक चलेगा। यह जानकारी जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. बलवीर सिंह ने एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में आयोजित प्रेसवार्ता में दी।
उन्होंने बताया कि एक वर्ष से 15 वर्ष तक के जो बच्चे जेई टीकाकरण से छूट गए हैं उन्हें इस अभियान में शामिल किया गया है। जनपद की जनसंख्या 46 लाख 21 हजार 542 है। जिसमें एक नगरीय क्षेत्र व 15 ब्लाक शामिल हैं। पिछले अभियान में एक से दो वर्ष तक के 11659 बच्चे व दो वर्ष से 15 वर्ष तक 54813 बच्चे छूट गए थे। जिन्हें अब इस अभियान के तहत जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) का टीका लगाया जाएगा। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। अभियान में 386 उपकेंद्र शामिल हैं। अभियान को सफल बनाने के लिए 302 नियमित व 85 संविदा एएनएम लगाई गई हैं। वहीं 391 टीमें अभियान के लिए गठित की गई हैं। टीम डेज की संख्या 4178 है। अभियान में 87 पर्यवेक्षक, 3977 आंगनबाड़ी/सहायिका सहित 4162 आशा/लिंक वर्कर लगाए गए हैं। टीके को सुरक्षित रखने हेतु 17 कोल्डचेन प्वाइंट बनाए गए हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस अभियान के दौरान टीमों के निरीक्षण के लिए भी व्यवस्था की गई है। अगर किसी क्षेत्र में टीकाकरण को लेकर कोई भी शिकायत मिलती है तो टीम पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने लोगों से अपील की कि घरों से निकलकर जेई के खिलाफ एकजुट हों और अपने बच्चों को टीका लगवाएं। यह टीका बच्चों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है।
उन्होंने जापानी बुखार का जिक्र करते हुए कहा कि जो बच्चे टीके से वंचित रह जाते हैं उनको यह बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में परिवार का यह दायित्व बनता है कि वह अपने बच्चों को यह टीका लगवाएं जिससे सरकार की मंशा पूर्ण हो सके और जापानी बुखार से होने वाली मौतों में कमी आए। इस दौरान वीसीसीएम सरिता, डीएमसी यूनीसेफ मुकेश, रमेश चंद्र पांडे व अतुल श्रीवास्तव आदि लोग मौजूद रहे।