भोपाल, ब्यूरो । मध्यप्रदेश में सफर के दौरान लूटपाट की ये घटनाएं बानगी मात्र हैं। प्रदेश से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग सहित राज्य के हाईवे कितने असुरक्षित हो चुके हैं, इसका अंदाजा पिछले दो साल में लूटपाट की घटनाओं के आंकड़े 250 से बढ़कर 700 यानी तीन गुना हो जाने से लगा सकते हैं। गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है। रिपोर्ट में कई राज्यों में हाईवे पर लूटपाट की घटनाओं के आंकड़े जारी किए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार लूटपाट की घटनाओं में देश में पांचवें स्थान पर पहुंच चुका है।
तीन साल में 1500 से ज्यादा घटनाएं
वर्ष 2012 से 15 के बीच मध्यप्रदेश में हाईवे पर लूटपाट की 1527 घटनाएं हुईं। मप्र की तुलना में छत्तीसगढ़ सुरक्षित है। इसी दौरान छत्तसीगढ़ में 241 घटनाएं हुई। इसी तरह गुजरात भी प्रदेश की तुलना मंे सुरक्षित माना जाता है। यहां वर्ष 2015 में लूटपाट की 206 घटनाएं ही हुई, जबकि मध्यप्रदेश में घटनाओं की संख्या 694 थी।
मारपीट के मामले 80 हजार मामले
मप्र में हाईवे पर लूटपाट के अलावा रोडरेज (सड़क पर लड़ाई) के मामलों में भी शीर्ष राज्यों में है। पिछले दो सालों में मध्यप्रदेश के हाइवे पर विभिन्न् कारणों के चलते 80 हजार 788 मारपीट के प्रकरण दर्ज किए गए है। इसमें वर्ष 2014 में 39 हजार 259 मामले व वर्ष 2015 में 41 हजार 529 प्रकरण सामने आए। इन मामलों में वाहन चलाने में जल्दबाजी के कारण होने वाली बहस जो मारपीट में बदल जाती है के साथ वाहन टकरा जाने के बाद होने वाली मारपीट शामिल है।
इन रास्तों में ज्यादा होती है लूटपाट
– उज्जैन से झाबुआ
– हरदा इंदौर रोड
– एबी रोड
– आष्टा से डोंडी
– इंदौर महू रोड
– मालथौंड नाका
– छतरपुर में हीरापुर घाट
– औबेदुल्लागंज से गौहरगंज
वर्ष- 2014
21 अगस्त को शिवपुरी के बदरवास थानांतर्गत आगरा- मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर आधा दर्जन हथियारबंद बदमाशों ने तीन ट्रकों में लूटपाट की उसमें सवार लोगों की पिटाई की।
वर्ष -2015
24 फरवरी को बड़वानी ठीकरी में खरगोन फाटे के पास पांच बदमाशों ने धुलिया से इंदौर जा रही स्कार्पियो को लूट लिया। बदमाश नकदी, आभूषण और वाहन सहित जरूरी कागजात लूट ले गए उसमें सवार एक ही परिवार के सदस्यों को नाले में ढकेला।
वर्ष -2016
28 जुलाई को एबी रोड पर धनिए से भरा ट्रक लूट लिया गया। यह यहां की पहली घटना नहीं थी, इससे पूर्व भी लूटपाट की कई घटनाए यहां हो चुकी हैं। इस मामले में पुलिस ने अगस्त में आरोपियों को पकड़ लिया।