भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों को योग सिखाने बाबा रामदेव शुक्रवार शाम आईटीबीपी के शिविर पहुंचे। बाबा रामदेव ने आईटीबीपी के जवानों के साहस और दृढ़ता की सराहना की और कहा कि चीन के दबाव बनाने के बावजूद हमारे जवान डोकलाम में जमे रहे।
आईटीबीपी शिविर में पहुंचने पर योग गुरु बाबा रामदेव का स्वागत किया गया। आईटीबीपी के प्रवक्ता श्रीकांत ने बताया कि बाबा रामदेव ने कहा कि 1962 में चीन से युद्ध के बाद आईटीबीपी का गठन किया गया था। इसके बाद से जवान 3488 किमी लंबी भारत-चीन सीमा पर साहस के साथ डटे हुए हैं।
डोकलाम विवाद के दौरान चीन के दबाव बनाने के बावजूद आईटीबीपी जवान साहस के साथ वहां डटे रहे। उन्होंने आगे कहा कि हमारे जवान परिवार से दूर रहकर लंबा समय देश की रक्षा के लिए सीमा पर व्यतीत करते हैं।
ऐसे में उन्हें तनाव का भी सामना करना पड़ता है। इसके चलते जवानों के लिए योग बेहद उपयोगी हैं। बाबा रामदेव शनिवार सुबह 5 से 6 बजे तक आईटीबीपी जवानों को योग सिखाएंगे। आईटीबीपी शिविर में एक सप्ताह तक जवानों को अन्य योगाचार्य भी योग का अभ्यास कराएंगे।