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जाधव मुद्दे पर संसद में हंगामे के आसार, लोकसभा में सुषमा दे सकती हैं जवाब

पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव से मिलने गई उनकी मां और पत्नी के साथ की गई बदसलूकी का मुद्दा लगातार गर्माता जा रहा है. आज संसद में इस मुद्दे पर हंगामा हो सकता है. विपक्ष सरकार से पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग करेगा. इसके अलावा संसद में फिर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के मुद्दे पर गतिरोध बरकरार रह सकता है.

कांग्रेस ने कुलभूषण जाधव मुद्दे पर पाकिस्तान से माफी की मांग की है, इसके अलावा भारत सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ कड़े एक्शन की मांग की है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस मुद्दे पर लोकसभा में बयान भी दे सकती हैं.

आपको बता दें कि सोमवार को कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी ने इस्लामाबाद जाकर उनसे मुलाकात की थी. जिसके बाद उनसे बदसलूकी की बात आई थी. इस्लामाबाद में कुलभूषण के परिवार के साथ की गई बदसलूकी पर भारत ने पाकिस्तान को कड़ी लताड़ लगाई है.

मंगलवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने कुलभूषण जाधव मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस की. MEA प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि पाकिस्तानी अधिकारियों की तरफ से कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के कपड़े बदलवाए गए, प्रेस को उनके करीब आने दिया. साथ ही कुलभूषण जाधव को उनके परिवार के साथ मराठी में बात भी नहीं करने दी गई.

पाक को लताड़ लगाते हुए रवीश कुमार ने कहा कि सुरक्षा के नाम पर कुलभूषण की पत्नी-मां के मंगलसूत्र, बिंदी, कपड़े तक को बदलवा दिया गया. जब भी वो कुलभूषण की मां अपने बेटे से अपनी भाषा मराठी में बात करने की कोशिश करती थी, उन्हें बार-बार टोक दिया जाता था. यहां तक की उनके जूते भी नहीं लौटाए गए.

 दूसरी तरफ सत्र की शुरुआत से चल रहे पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर दिए गए बयान को लेकर बवाल अभी तक जारी है. सरकार और विपक्ष, दोनों ही राज्यसभा में मौजूदा गतिरोध को दूर करने के इच्छुक हैं और इसी कड़ी में दोनों के बीच चर्चा आखिरी दौर में है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने सरकार के सामने एक शर्त रखी है, अगर इस पर बात बन जाती है तो फिर बुधवार से सदन में सामान्य ढंग से कामकाज होने की उम्मीद है.

दरअसल कांग्रेस इस बात पर राजी है कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की विश्वसनीयता पर मुहर लगाते हुए सरकार की तरफ से अरुण जेटली या कोई बड़ा कैबिनेट मंत्री बयान दे, तो वो सदन चलाने को तैयार हो जाएगी. लेकिन उस दौरान सदन में पीएम मोदी भी मौजूद रहें. अगर सरकार इस प्रस्ताव को मान लेती है तो फिर सदन चल जाएगा.