नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने असम के विधायक अखिल गोगोई को सुप्रीम कोर्ट द्वारा एनआईए के केस से बारी किए जाने के बाद सरकार और एनआईए को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि फर्जी केस को खारिज कर कोर्ट ने सत्य को जिताया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा की इस तरह के गलत केस बनाने से एनआईए को बचना चाहिए, नहीं तो उसकी विश्वसनीयता भी धूमिल होगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने अखिल गोगोई के खिलाफ एनआईए द्वारा दायर ”फर्जी मामला” खारिज किया। यह अकेला फर्जी मामला नहीं है। सीएए के विरोध के लगभग सभी मामले फर्जी हैं।”
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा की ये वो एनआईए नहीं है, जिसकी उन्होंने वर्ष 2008-09 में कल्पना की थी। इस प्रकार के फर्जी मामले गठित करने वाली जांच एजेंसियां लोगों का विश्वास खो देती हैं। ऐसे में जरूरी है कि एनआईए को अन्य बदनाम जांच एजेंसियों की तरह गलत रास्ते पर जाने से रोका जाए।
उल्लेखनीय है कि साल 2019 में नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) के खिलाफ जारी प्रदर्शन में हुई हिंसा को लेकर अखिल गोगोई पर दो केस दर्ज किए गए थे, इनमें अखिल गोगोई पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) भी लगाया गया था। ऐसे अब बीते दिन गुरुवार को अखिल गोगोई को अदालत ने बरी किया है। इसके बाद ही कांग्रेस नेता सरकार और जांच एजेंसियों को निशाने पर लिए हुए हैं।