सैन फ्रांसिस्को| दुनिया की दिग्गज इंटरनेट कंपनी गूगल ने अमेरिकी श्रम मंत्रालय के वेतन से संबंधित आंकड़े साझा करने का अनुरोध अस्वीकार कर दिया है। गूगल का कहना है कि आंकड़े निकालने का खर्च बहुत अधिक आएगा।
वेबसाइट ‘रीकोड’ पर शुक्रवार को प्रसारित रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी श्रम मंत्रालय ने गूगल से वेतन संबंधित आंकड़े देने के लिए कहा था। अमेरिकी श्रम मंत्रालय के मुताबिक, गूगल यह आंकड़े देने के लिए कानूनी तौर पर बाध्यकारी है, क्योंकि कंपनी सरकार से संबद्ध है।
गूगल पर ‘अपनी महिला कर्मचारियों को अपेक्षाकृत कम वेतन’ देने का आरोप है।
अमेरिका की एक अदालत में गूगल ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि श्रम मंत्रालय को यह आंकड़े देने में कंपनी के 500 घंटे और एक लाख डॉलर खर्च होंगे।
गूगल के अनुसार, श्रम मंत्रालय के ‘फेडरल कॉन्ट्रैक्ट कम्प्लायंस प्रोग्राम’ (ओएफसीसीपी) कार्यालय द्वारा कंपनी से किए गए अनुरोध का दायरा जरूरत से ज्यादा बड़ा है या इससे गोपनीय आंकड़े सामने आ जाएंगे।
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि मांगे गए आंकड़ों में हजारों कर्मचारियों की सेवा शर्तो जैसी निजी जानकारियां भी हैं, जिन्हें कर्मचारी सुरक्षित रखना चाहते हैं।
श्रम मंत्रालय के दावों के विपरीत गूगल का दावा है कि उन्होंने जो विश्लेषण किया, उसके अनुसार कंपनी में लिंग के आधार पर वेतन में कोई भेदभाव नहीं है।
हालांकि गूगल के कुछ पूर्व कर्मचारी कंपनी के इस दावे से सहमत नहीं हैं।