Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

एक बार फिर से अपने गानों से लगाएगी आग श्वेता शेट्टी

मांगता है क्या (रंगीला) और रुक्मणी रुक्मणी (रोजा) जैसे गीतों पर लोगों को झूमने पर मजबूर कर देने वाली गायिका श्वेता शेट्टी एक बार फिर श्रोताओं के दिल पर छाने की तैयारी में जुटी हैं। 90 के दशक की इस गायिका को जर्मनी गए 20 साल हो गए। हालांकि वह 2015 में भारत वापस आई थीं और विलियम शेक्सपियर के मर्चेंट ऑफ वेनिस के रीथ, सॉन्ग ऑफ द सैंड के नाट्य रूपांतरण का हिस्सा रहीं। 

 

49 वर्षीय घुंघराले बालों वाली इंडिपॉप गायिका श्वेता शेट्टी का जन्म मुंबई में 20 जून 1969 को हुआ। 14 साल की उम्र में उन्होंने शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था। श्वेता का पहला एल्बम 1990 में ‘गोइंग वाइल्ड’ आया। इसके बाद 1991 में ‘लंबाड़ा’ नाम का एक और एल्बम आया। इस दौरान श्वेता गाने के साथ-साथ मॉडलिंग भी करने लगी थीं। उनका ग्लैमर वर्ल्ड में आना उनके पिता को बिल्कुल पसंद नहीं था। उन्होंने श्वेता से बात करना बंद कर दिया। यही नहीं, उनसे सारे रिश्ते तोड़ लिए और आर्थिक मदद देनी भी बंद कर दी। एक लड़की जो अभी-अभी बालिग हुई थी, उसे दुनिया में अब खुद ही गुजारा करना था।1992 में वो एक इंडिपेंडेंट रॉक कॉन्सर्ट में गा रही थीं। जहां कुछ मैनेजरों ने उनकी गायिकी को सराहा और उन्हें प्रोत्साहित किया। इसके बाद वह मैग्नम के लिए गाने लगीं। यहां उन्होंने बिद्दू के साथ अनुबंध भी साइन कर लिया। बिद्दू 90 के दशक के मशहूर कम्पोजर और म्यूजिक वीडियो प्रोड्यूसर थे। उन्होंने कई गायकों को लॉन्च किया है। बिद्दू के साथ ही श्वेता को अपना पहला सफल एल्बम मिला। जिसका नाम था ‘जॉनी जोकर’। साल 1993 में इस एल्बम को एमटीवी बेस्ट एल्बम का अवॉर्ड भी मिला था। श्वेता ने बताया कि जर्मनी में रहने के दौरान जब कभी वह बॉम्बे आतीं थी तो बैंड के साथ किसी मंच पर गाने के लिए तरसती थीं।  उनका एक संगीत कार्यक्रम ‘सोल टू सोल’ इसी महीने रॉयल ओपेरा हाउस, मुंबई में हुआ। 

भारी सफलता जैसा कुछ श्वेता के जीवन में हुआ तो वो है 1997 में रिलीज उनका एल्बम ‘दीवाने तो दीवाने हैं’। उस वक्त इस गाने का शोर था। ये श्वेता की पहचान बनकर रह गया। श्वेता को मेनस्ट्रीम बॉलीवुड से भी बुलावा आता रहा। कई फिल्मों में उनसे गवाया गया। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि रहमान ने उन्हें काफी आजादी दी थी। रंगीला के ‘मंगता है क्या’ गाने में श्वेता को अपने हिसाब से साउंड बदलने की इजाजत मिली थी।