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आगरा: 10वीं की छात्रा की मौत के बाद परिवार वालों को मिला एक और दर्द, चचेरे भाई ने की आत्महत्या

लखनऊ। उत्तर प्रदेश का देश और देश का दुनिया में मान बढ़ने वाली ताजनगरी में हुई घटना दिल झाझोर दिया है। आगरा के थाना मलपुरा क्षेत्र के लालऊ गांव में मंगलवार को मनचलों द्वारा जलाई गई 10वीं की छात्रा ने गुरुवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इससे आहत मृतका के चचेरे भाई ने भी गुरुवार दोपहर जहर खाकर खुदकुशी कर ली। एसएसपी अमित पाठक फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे हैं। इस घटना से गांव में तनाव है। तनाव को देखते हुए पूरे गांव को छावनी में तब्दील कारर दिया गया है। वहीं अच्छी कानून व्यस्था की बात करने वाली यूपी पुलिस के लिए ये घटना बदनुमा दाग़ है।

मंगलवार को बेखौफ बदमाशों ने 10वीं की छात्रा को दिनदहाड़े पेट्रोल डालकर जला दिया था। गंभीर रूप से झुलसी छात्रा को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां से उसे दिल्ली के सफदरजंग रेफर कर दिया गया था। छात्रा को उस वक्त जलाया गया, जब वह पैदल अपने घर लौट रही थी। तभी एक बाइक पर सवार दो युवक आए और पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। दोनों युवक हेलमेट पहने हुए थे, इसलिए छात्रा हमलावरों को पहचान नहीं सकी।

इस मामले में पुलिस गहराई से छानबीन में जुटी थी कि गुरुवार की सुबह छात्रा की इलाज के दौरान दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई। अभी सभी आरोपी फरार हैं। पुलिस आरोपियों को तलाश नहीं पायी है। वहीं, गुरुवार दोपहर मृतका के ताऊ के बेटे ने विषाक्त खा लिया। युवक को एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पीड़ित परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। अखिलेश यादव ने ट्विट कर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि, एक छात्रा के साथ दुष्कर्म तो दूसरी को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया जाता है। यह सिर्फ दो वजहों से है, या तो असमाजिक तत्वों को कानून का डर नहीं है या सरकार का इन्हें संरक्षण मिला है।