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अभी अभी : जस्टिस चेलमेश्वर पड़े बीमार, SC विवाद पर नहीं बनी बात

न्यायपालिका में आए ‘भूचाल’ के बाद सुप्रीम कोर्ट में हर बुधवार को होने वाले कस्टमरी लंच का आयोजन तो हुआ लेकिन जजों के बीच विवाद को लेकर कोई बात नहीं बनी। सूत्रों की मानें तो न्यायमूर्ति जे. चेलमेश्वर के अवकाश पर होने के कारण कोई हल नहीं निकल सका, वह बीमार हैं। शाम को न्यायमूर्ति रंजन गोगोई ने घर जाकर जस्टिस चेलमेश्वर का हालचाल जाना। सूत्रों के अनुसार, यह मुलाकात करीब 15 मिनट चली। बुधवार को न्यायमूर्ति एसए बोबडे और न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल भी अवकाश पर थे।

इससे पहले, सुबह अदालत की कार्यवाही शुरू होने से पहले चीफ जस्टिस मिश्रा अन्य तीन खफा जजों जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ से जज लाउंज में मिले। इसके बाद, उन्होंने अन्य जजों के साथ खफा जजों से भोजनावकाश के दौरान भी संक्षिप्त चर्चा हुई। नाराज जजों से जुड़े एक सूत्र के अनुसार, ‘संकट अभी खत्म नहीं हुआ है।’

चीफ जस्टिस से मिले बार एसोसिएशन के पदाधिकारी 

यह लंच सुप्रीम कोर्ट के नौवें वरिष्ठतम जज एन वी रमण की ओर से दिया गया। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा और चार वरिष्ठ जजों के बीच मंगलवार को हुई, पहले दौर की बैठक और बुधवार को लंच के दौरान संभावित दूसरे दौर की बैठक के बाद विवाद थमने के आसार थे लेकिन न्यायमूर्ति चेलमेश्वर सहित अन्य दो जजों के अनुपस्थित रहने के कारण कोई प्रगति नहीं हुई। न्यायमूर्ति बोबडे ने दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने में पहल की थी। न्यायमूर्ति बोबडे देश के प्रधान न्यायाधीश बनने की लाइन में हैं। 

सुप्रीम कोर्ट के जज बारी-बारी से बुधवार को लंच का आयोजन करते हैं। वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है। बुधवार ही एकमात्र ऐसा दिन होता है जब सुप्रीम कोर्ट के सभी जज एकसाथ लंच करते हैं।

चीफ जस्टिस से मिले बार एसोसिएशन के पदाधिकारी 

उधर, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वकील विकास सिंह सहित कुछ अन्य पदाधिकारियों ने बुधवार शाम चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा से मुलाकात की। एसोसिएशन की ओर से चीफ जस्टिस को 15 सुझाव दिए गए। एसोसिएशन ने सुझाव दिया है कि मामलों के आवंटन की प्रक्रिया सार्वजनिक हो। साथ ही चीफ जस्टिस से आग्रह किया गया कि हर दिन सुनवाई शुरू होने से पहले 15 मिनट में मैटर सुना जाए। विकास सिंह ने विवाद जल्द सुलझने की उम्मीद जताई।