चुनाव निशान साइकिल नहीं मिलने की स्थिति में अखिलेश खेमा निर्वाचन आयोग के पास उपलब्ध अनारक्षित यानी फ्री सिंबल पर ही चुनाव लड़ने को तैयार है। अखिलेश खेमा अब नई पार्टी बनाने पर विचार नहीं कर रहा है, बल्कि सपा के एक धड़े के तौर पर निर्वाचन आयोग के फ्री सिंबल पर ही चुनाव लड़ने की रणनीति बना रहा है।
आयोग के फैसले का दोनों गुटों को बेसब्री से इंतजार
वहीं, मुलायम खेमे की भी चुनाव आयोग के फैसले पर नजर है। चुनाव आयोग का फैसला सोमवार को आ सकता है। रामगोपाल से उनके निवास पर राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, नीरज शेखर समेत कई लोगों ने मुलाकात की।