फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा उपचुनावों में समाजवादी पार्टी की जीत हुई है. इस जीत का सबसे बड़ा कारण हैं मायावती. वो मायावती जिन्होंने सिर्फ बीजेपी को हराने के लिए 23 साल की कड़वाहट भुला दी और सपा को समर्थन का ऐलान कर दिया.
इस बात को सपा नेता भी मान रहे हैं कि मायावती के साथ के बिना उनके लिए ये जीत मुमकिन ना थी. इसीलिए आज यूपी में अखिलेश के साथ-साथ मायावती जिंदाबाद के भी नारे समाजवादी लगा रहे हैं.
इस वजह से किया हाँथ जोड़ कर अभिवादन
वती अपनी पार्टी के विधानमंडल दल नेता लालजी वर्मा के पुत्र के आकस्मिक निधन पर सांत्वना देने उनके घर पहुंची थीं. इस मौके पर सपा के नेता राम गोविंद चौधरी भी वहां मौजूद थे. लालजी वर्मा को सांत्वना देने के बाद चलते समय मायावती ने रामगोविंद चौधरी को अलग से बुलाया. इस दौरान मायावती ने खुद रामगोविद चौधरी का इंतजार किया.
इस दौरान मायावती और राम गोविंद चौधरी दोनों ने हाथ जोड़कर एक-दूसरे का अभिवादन किया. बता दें कि बीजेपी की राम मंदिर लहर को रोकने में 1993 में मुलायम सिंह यादव और बसपा संस्थापक कांशीराम के गठबंधन ने सफलता दर्ज की थी.
लेकिन सपा-बसपा की दोस्ती दो साल ही चली. 1995 में बसपा ने समर्थन वापस लिया तो ये दोस्ती दुश्मनी में तब्दील हो गई. इसके बाद सपा विधायकों ने लखनऊ में मायावती पर गेस्ट हाउस में जानलेवा हमला किया. तब से लेकर आज तक सपा और बसपा नेताओं में इस तरह से एक दूसरे का स्वागत देखने को कभी नहीं मिला.
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Leader of the opposition and Samajwadi Party member Ram Govind Choudhury met Bahujan Samaj Party Chief Mayawati in #Lucknow pic.twitter.com/6t0zPy53B9
— ANI UP (@ANINewsUP) March 14, 2018