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कमलनाथ सरकार कर्जमाफी का ढिंढोरा पीटकर खुद की पीठ थपथपा रही-शिवराज

भोपाल|

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की समस्याओं को लेकर एक बार फिर कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसान परेशान हो रहे हैं और राज्य सरकार कर्जमाफी की ढिंढोरी पीटकर खुद की पीठ थपथपा रही है.

शिवराज ने कहा शुरू करेंगे बड़ा आन्दोलन

  • शिवराज ने कहा कि 10 दिन में कर्जमाफी का वादा करने के बावजूद 55 दिन बाद भी किसानों के खातों में एक रुपया भी नहीं पहुंचा है. अगर जल्द ही किसानों की हालत नहीं सुधरी, तो वे सड़क पर उतरने को विवश होंगे और किसानों के साथ मिलकर कमलनाथ सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे.
  • पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान शनिवार को पुलवामा हमले में शहीद अश्विनी कुमार के अंतिम संस्कार में शामिल होने जबलपुर पहुंचे थे. सीएम कमलनाथ और उनका पूरा मंत्रिमंडल भी शनिवार को जबलपुर में ही था.
  • रविवार को जबलपुर से लौटते वक्त शिवराज सिंह चौहान किसानों के आग्रह पर दमोह जिले के जबेरा गांव में कुछ देर रुके और इस दौरान उन्होंने जबेरा मंडी में पहुंचकर किसानों का हाल-चाल जाना.
  • इस दौरान उन्होंने धान और उड़द खरीदी के लिए किसानों को परेशान होते देखा, तो उनका गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि अब मैं मुख्यमंत्री नहीं हूं, लेकिन आम लोगों को परेशान होते हुए नहीं देख सकता.
  • उन्होंने कहा कि किसानों की हालत बदतर होती जा रही है. धान और उड़द खरीदी को लेकर किसान परेशान हो रहे हैं, उन्हें उनकी उपज का सही दाम नहीं मिल रहा है, खरीदा हुआ उड़द वापस किया जा रहा है. किसानों को भुगतान भी नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर किसानों की हालत जल्द ही नहीं सुधरी, तो वे सडक़ पर उतरकर किसानों की हक की लड़ाई लड़ेंगे.
  • जबेरा मंडी में उन्होंने किसानों से चर्चा की और किसानों ने धान खरीदी में आ रही परेशानियों से उन्हें अवगत कराया. किसानों ने बताया कि सरकार द्वारा धान की तुलाई की गई है, लेकिन सरकारी बारदाना उपलब्ध नहीं होने के कारण धान मंडी में ही रखा हुआ है और उसे सरकार उठा नहीं रही है. उन्हें धान खरीदी के टोकन दिए गए थे, लेकिन अब अब उनके धान को रिजेक्ट कर वापस किया जा रहा है और उनसे अब धान नहीं लिया जा रहा है. खरीदा हुआ धान भी खुले में रखा हुआ है और बेमौसम बारिश के चलते उसके सड़ने की संभावना है.
  • किसानों की परेशानी देखकर पूर्व सीएम काफी दुखी हुए. उन्होंने तत्काल दमोह कलेक्टर को फोन लगातार किसानों की समस्याओं को दूर करने की बात कही. कलेक्टर ने उन्हें जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.