Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

EXCLUSIVE: मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े 400 केस वापस लेने की तैयारी में योगी सरकार

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 2013 में हुए दंगों का मामला एक बार फिर चर्चा में है. अब बीजेपी नेताओं की तरफ से दंगों के दौरान दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग उठने लगी है. योगी आदित्यनाथ ने अपने पार्टी नेताओं का इसका आश्वासन भी दिया है.

जानकारी सामने आ रही है कि योगी आदित्यनाथ सरकार पिछली अखिलेश सरकार के दौरान हुए मुजफ्फरनगर दंगो में आरोपी करीब चार सौ लोगों पर दर्ज मुकदमे वापस ले सकती है. जानकारी के मुताबिक योगी आदित्यनाथ से मुजफ्फरनगर के सांसद संजीव बाल्यान समेत करीब 10 खाप नेताओं ने इस संबंध में मुलाकात की है और फर्जी मुकदमों के बारे में नाराजगी जताते हुए इन्हें वापस लेने की मांग की है.

योगी ने दिया आश्वासन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन लोगों को कानूनी राय लेने के बाद मुकदमे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू करने का आश्वासन दिया है.

संजीव बाल्यान के आरोपों के मुताबिक दंगों के दौरान कुल 402 फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए. बाल्यान के मुताबिक, इन मुकदमों में 856 निर्दोष लोगों को फंसाया गया. इनमे 9 मुकदमे ऐसे थे, जिसमें 100 महिलाओ समेत 250 लोगों को आरोपी बनाया गया.

आरोप ये भी है कि पूर्व सरकार ने लोगों को फंसाने के लिए केवल वोटर लिस्ट देखकर ही मुकदमे दर्ज कर दिए. गौरतलब है कि मुजफ्फर नगर दंगो के दौरान कुल 502 मुकदमे दर्ज किये गए थे जिसमे 6867 लोग आरोपी बताये गये थे.

 इससे पहले 5 जनवरी को सरकार की तरफ से जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया था, जिसमें सरकार ने 2013 के मुजफ्फरनगर दंगा केस में बीजेपी नेताओं के खिलाफ अदालत में लंबित 9 आपराधिक मामलों को वापस लेने की संभावना पर सूचना मांगी थी. हालांकि, पत्र में नेताओं के नाम का जिक्र नहीं था, लेकिन उनके खिलाफ दर्ज मामलों की फाइल संख्या लिखी गई है.

बता दें कि समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार के दौरान पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर में भीषण दंगा हुआ था. मुजफ्फरनगर और आसपास के इलाकों में अगस्त-सितंबर 2013 में हुए सांप्रदायिक दंगे में 60 लोग मारे गए थे और 40 हजार से अधिक लोग बेघर हुए थे.

इस दंगे के बाद बीजेपी ने सपा सरकार पर गलत ढंग से कानून कार्रवाई के आरोप लगाए थे. बीजेपी के कई नेताओं पर दंगों से जुड़े केस चल रहे हैं. जिन्हें खत्म करने पर योगी से मुजफ्फरनगर के नेताओं ने मुलाकात की है.