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2022 में Youngster हो चुके होंगे इस चीज़ के आदी, ऐसे हुआ खुलासा…

रिपोर्ट के अनुसार भारत में 2022 तक स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या लगभग 82.9 करोड़ हो जाएगी, जो 2017 की स्मार्टफोन यूजर्स संख्या 404.1 से दोगुनी है. 

सिस्को की हालिया विजुअल नेटवर्किं ग इंडेक्स (वीएनआई) की रपट के अनुसार, इस रफ्तार से स्मार्टफोन यूजर्स की बढ़ती संख्या से 2022 तक प्रति व्यक्ति डेटा खपत लगभग 14 जीबी हो जाएगी, जो 2017 में 2.4 जीबी थी.

2022 का सच

सिस्को के एशिया-प्रशांत तथा जापान में सर्विस प्रोवाइडर बिजनेस के अध्यक्ष संजय कौल ने सोमवार को एक बयान में कहा, “भारत में 2022 तक डेटा खपत पांच गुनी हो जाएगी, जो सोशल मीडिया के उपयोग, वीडियो कंजंप्शन, कम्यूनिकेशंस, और बिजनेस एप्लीकेशन के साथ-साथ ट्रेडीशनल वॉइस के लिए स्मार्टफोन्स का प्रभाव साबित करती है.”

इंटरनेट दुनियाभर में हजारों सार्वजनिक और निजी नेटवर्क से बना है और 1984 में इसके आने के बाद आईपी का 4.7 जीटाबाइट्स ट्रैफिक हो चुका है. एक जीटाबाइट एक हजार एक्जाबाइट्स, 10 लाख टेराबाइट या एक खरब गीगाबाइट के बराबर होता है. अकेले भारत में 2017 में आईपी की 108 पेटाबाइट प्रतिदिन डेटा खपत थी और 2022 में इसके 646 पेटाबाइट होने की संभावना है.

रपट के अनुसार, यह अनुमान स्मार्टफोन यूजर्स की बढ़ती संख्या को देखकर लगाया गया है. 2022 तक कुल इंटरनेट ट्रैफिक का 44 फीसदी स्मार्टफोन पर होगा, जो 2017 से 18 फीसदी ज्यादा है. शोध के अनुसार, 2018 में पीसी पर कुल आईपी ट्रैफिक का 41 फीसदी डेटा खपत होती है। लेकिन 2022 तक पीसी पर सिर्फ 19 फीसदी आईपी ट्रैफिक होगी.