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मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार लग सकता है झटका, अल्पमत का आरोप लगा उठी विधानसभा सत्र बुलाने की मांग

भोपाल। एक तरफ जहां लोकसभा चुनाव के मतदान संपन्न होने के बाद एग्जिट पोल कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियों की नींद उड़ा रहे हैं। वहीं अब मध्य प्रदेश से भी कांग्रेस के लिए हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। दरअसल 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार के लिए बुरी खबर सामने आई है। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के अल्पमत में होने का आरोप लगाना शुरू कर दिया है।

यही नहीं इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने प्रदेश के राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सत्र बुलाने की मांग भी की है। गोपाल भार्गव ने कहा है कि जिस तरह से केंद्र और राज्य में भाजपा को अपार जनसमर्थन मिल रहा है। उसे देख कई कांग्रेसी विधायक राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ से परेशान हो चुके हैं और भाजपा के साथ आना चाहते हैं। उन्होंने इस पर यह भी साफ किया है कि भारतीय जनता पार्टी इसके जरिए किसी खरीद फरोख्त को अंजाम नहीं दे रही है।

उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के विधायक अब उनकी सरकार से तंग आ चुके हैं और वह उनके साथ अब नहीं हैं। भार्गव ने कहा है कि सरकार को इस सत्र में अपना बहुमत साबित करना होगा। क्योंकि उन्हें जनता अब पूरी तरह से नकार रही है और ये सरकार अपने ही बोझ से गिर जाएगी।

गौरतलब हो कि एक तरफ जहां लोकसभा चुनाव के मतदान संपन्न होने के बाद देश भर में एग्जिट पोल सामने आने लगे हैं और उसके जरिए यह साफ हो रहा है कि एक बार फिर से 2019 में नरेंद्र मोदी ही देश की बागडोर संभालने जा रहे हैं। वहीं एग्जिट पोल के आंकड़ों पर विश्वास न कर विपक्षी पार्टियां सरकार बनाने के लिए अभी से गठजोड़ करने में जुट गई हैं।