हम लोग हमेशा से सूर्य को जीवनदाता मानते आये है. सूर्य की किरणों में जीवाणुओं को नष्ट करने की अद्भुत शक्ति है.सूर्य की किरणों में जीवाणुओं को नष्ट करने की अद्भुत शक्ति है.अगर हर मौसम में कुछ देर धूप की सिंकाई ली जाए तो सेहत की दृष्टि से लाभदायक होता है. सुबह खुले बदन 20 मिनट तक सूर्य किरणों में बैठकर हर ऋतु में स्वास्थ्य लाभ उठाया जा सकता है.
एक रिसर्च के अनुसार सूर्य किरणें बाहरी त्वचा पर ही अपना प्रभाव नहीं डालतीं, बल्कि वे शरीर के अंदरुनी अंगों में जाकर उन्हें स्वस्थ बनाने में कारगर भूमिका निभाती है.शरीर में आयरन की कमी,चर्मरोग, दुर्बलता, कमजोरी,थकान,कैंसर,तपेदिक और मांसपेशियों की रुग्णता का इलाज सूर्य किरणों के समुचित प्रयोग से किया जा सकता है.
सूर्य और मानव हृदय का अटूट संबंध है.सौर-मंडल में तूफानों के आने के पहले पडऩे वाले दिल के दौरों की संख्या में तूफानों के आने के बाद चार गुना ज्यादा इजाफा हो जाता है.
सावधानिया-
1-पसीना आने के बाद धूप में नहीं बैठना चाहिए.
2-दोपहर बाद सूर्य किरणों में बैठने का उतना महत्व नहीं है.
3-दोपहर के 12 बजे से 3 बजे तक की धूप सिर पर ना आने दें यह नुकसानदेह है.
4-सुबह की कोमल धूप ही सेहत के लिए अच्छी होती है.