नई दिल्ली: रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने राज ठाकरे द्वारा फिल्म निर्माताओं पर दान देने का दबाव बनाने को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। पर्रिकर ने राज ठाकरे के इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सेना को दिया जाने वाले दान स्वेच्छा से होना चाहिए, इसके लिए किसी पर जोर-जबरदस्ती की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी की गर्दन पकड़ कर दान नहीं लिया जाता।
रक्षा मंत्री ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि इस फंड में दान के लिए कई लोग अनुरोध कर रहे थे। पहले लोग शहीद के परिवार को सीधे चेक देते थे लेकिन अब यह विचार किया गया है कि सभी शहीदों के परिवारों को बराबर रकम मिले। उन्होंने कहा कि आर्मी फंड में स्वेच्छा से दान दिया जाता है क्योंकि कई लोग दान के लिए अनुरोध करते हैं कि वे जवानों और शहीदों के परिवार के लिए दान करना चाहते हैं।
रक्षा मंत्री ने मनसे पर निशाना साधते हुए कहा कि इसमें स्वेच्छा से दान दिया जाता है इसलिए हमें इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि कौन क्या मांग रहा है।
आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों से पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की वजह से आगामी फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ के रिलीज को लेकर मनसे जमकर विरोध कर रहे थे। इसी को लेकर बीते शनिवार को फिल्म निर्देशक-निर्माता करण जौहर और प्रोड्यूशर गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज ठाकरे से मुलाकात की थी।
करण जौहर की फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ को लेकर उस समय विवाद खड़ा हो गया था जब मनसे ने इस फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान को काम देने को लेकर विरोध शुरू कर दिया था। इस फिल्म को तब रिलीज करने की अनुमति दी गई जब फिल्म के निर्माताओं ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे की तीन शर्तो को मान लिया जिसमें सेना कल्याण कोषण में 5 करोड़ रूपये भुगतान करने की बात शामिल है।