नई दिल्ली: भारतीय कंपनियों की ओर से विदेशों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 57.3 फीसद की गिरावट देखने को मिली है। जनवरी महीने में यह गिरकर 1.82 बिलियन डॉलर रह गया। यह जानकारी आरबीआई की ओर से पेश किए गए डेटा के जरिए सामने आई है। जनवरी 2016 में किए गए कुल निवेश की रकम 4.25 बिलियन (अरब) डॉलर रही थी। दिसंबर महीने में यह डेटा 2.49 बिलियन (अरब) डॉलर का रहा था।
आरबीआई के डेटा में क्या आया सामने:
भारतीय कंपनियों के विदेशों में किए गए कुल 1.82 अरब डॉलर के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में से 24.67 करोड़ डॉलर का निवेश इक्विटी के रूप में जबकि 48.37 करोड़ डॉलर का निवेश ऋण के रूप में किया गया। बाकी 1.09 अरब डॉलर की गारंटी भारतीय कंपनियों ने अपने विदेशों में स्थित इकाई को दी है।
भारत की किन किन कंपनियों ने किया विदेश में निवेश:
विदेशों में किए गए कुछ प्रमुख निवेशों में से भारत पेट्रोरिसोर्सिज ने ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर की अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली इकाइयों में चार किश्तों में 72.14 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। इंटास फार्मास्युटिकल्स ने ब्रिटेन की अपनी इकाई में 34.43 करोड़ डॉलर निवेश किया जबकि ओएनजीसी विदेशी ने म्यांमार, रूस और वियतनाम स्थित अपने चार अलग अलग संयुक्त उद्यमों में 5.25 करोड़ डॉलर का निवेश किया। वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सिंगापुर स्थित अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई में चार करोड़ डॉलर का निवेश किया है।