शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गोरेगांव में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए चुनावों में बीजेपी को देख लेने की भी चुनौती दी।
मुंबई के निकाय चुनाव में शिवसेना ने अकेले उतरने का ऐलान किया है। शिवसेना महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ गठबंधन सरकार का हिस्सा है, लेकिन बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर दोनों के बीच पिछले कई दिनों से तनातनी जारी थी।
उद्धव ठाकरे ने यहां बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा, ‘शिवसेना के 50 साल के इतिहास में गठबंधन के चलते 25 साल बर्बाद हुए हैं। हम सत्ता के लालची नहीं हैं।’ इसके साथ उद्धव ने बीजेपी में गुंडों की भरमार का आरोप लगाते हुए कहा, ‘उनके (बीजेपी) के पास पार्टी में कई गुंडे हैं, लेकिन हमारे पास गुंडे नहीं, मावला (सैनिक) हैं।’ उन्होंने कहा, ‘बीजेपी के पास हमारे सैनिकों से लड़ने की चुनौती नहीं है, इसलिए उन्होंने गुंडों को हायर कर लिया है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘हमें बीएमसी चुनाव की परवाह नहीं है, हम सभी सीटों पर जीत हासिल करेंगे। लड़ाई अब शुरू हो चुकी है।’ उद्धव ने कहा कि शिवसेना अब आगे अकेले दम पर भगवा लहराएगी और किसी के दरवाजे पर गठबंधन के लिए नहीं जाएगी।’
वहीं शिवसेना प्रमुख के इस रुख के बाद प्रदेश की सत्ता में भी दोनों दलों के गठबंधन के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं। बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने शिवसेना पर पलटवार करते हुए कहा, बीएमसी को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की हमारी इच्छा से अगर कोई दुखी है, तो हमारी तरफ कोई समझौता नहीं होगा। हम पारदर्शिता लेकर आएंगे। वहीं देवेंद्र फडणवीस ने कविताई अंदाज में एक ट्वीट कर इस बबात इशारों इशारों में निशाना साधा है।
बता दें कि देश की सबसे नगरपालिका बीएमसी की 227 सीटों में से बीजेपी 114 यानी करीब आधी सीटों पर दावा कर रही थी, जबकि शिवसेना उसे महज 60 सीट देने की पेशकश कर रही। सीट बंटवारे पर बात न बन पाने के कारण बीएमसी चुनाव में दोनों दलों की राहें जुदा होने के कयास काफी पहले से लगाए जा रहे थे, जिस पर गुरुवार को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मुहर लगा दी।
गौरतलब है कि राज्य में बृहन्मुंबई नगर निगम के साथ नासिक, पुणे, कोल्हापुर और नागपुर नगर निगमों के लिए चुनाव 21 फरवरी को होना है और 23 फरवरी को इसके नतीजे घोषित होंगे।