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पाक के करीब रहा यूएई बनेगा भारत का ‘रणनीतिक भागीदार’

परंपरागत तौर पर पाकिस्तान के करीब रहे यूएई ने भारत के करीब आने के संकेत दिए हैं। यूएई के सशस्त्र बलों के डेप्युटी सुप्रीम कमांडर और अबू धाबी के शहजादे शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान मंगलवार को भारत पहुंच रहे हैं।img_20170123202534

माना जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान दोनों देश व्यापक रणनीतिक भागीदारी को अंतिम रूप देंगे। शहजादे रिपब्लिक डे परेड के दौरान मुख्य अतिथि होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति बाराक ओबामा, जापान के पीएम शिंजो अबे, फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद को यह सम्मान मिल चुका है। अबू धाबी के शहजादे पिछले साल फरवरी के बाद मंगलवार को भारत पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात के दौरान रणनीतिक भागीदारी के तहत रक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, स्पेस आदि पर सहयोग के समझौते को अंतिम रूप दिया जा सकता है। हाल ही में विदेश राज्य मंत्री और यूएई के उनके समकक्ष के बीच रणनीतिक मसलों पर बातचीत हुई है।
यूएई ने भारत में हाल में हुए टेरर अटैक की निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत के सभी कदमों का समर्थन किया है। माना जा रहा है कि शहजादे की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच 16 समझौते हो सकते हैं। भारत एयर डिफेंस सिस्टम डिवेलप करने में यूएई की मदद कर सकता है। समुद्री गश्त के लिए नौकाएं मुहैया करा सकता है। पुराने सुरक्षा उपकरणों को नया जीवन देने का काम भी हो सकता है।
मेक इन इंडिया के तहत भारत जिन रक्षा उपकरणों का निर्माण कर रहा है, उसके लिए यूएई बड़ा बाजार हो सकता है। यूएई बड़े रक्षा खर्च वाले देशों में है। भारत रणनीतिक नजरिये से अहम कच्चे तेल का भंडार बना रहा है, जिस पर कोई बड़ी डील भी मुमकिन है। इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट फंड का लक्ष्य 75 अरब डॉलर करने पर बात होने के पूरे आसार हैं। सूत्रों का कहना है कि यूएई अपने यहां की कंपनियों को भारत में आई परेशानियों को लेकर सीधी बात करना चाहता है। भारत और यूएई एक दूसरे के लिए टॉप कारोबारी सहयोगियों में हैं और वहां भारतीय मूल के 26 लाख लोग रहते हैं।

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