वहीं जोशीमठ-लामबगड़ में मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे बंद हो गया। बदरीनाथ हाईवे गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे से बंद है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि आगामी 36 घंटे प्रदेश के कई हिस्सों विशेषकर कुमाऊं में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में हल्की से मध्यम बारिश होगी। राजधानी में भी बृहस्पतिवार को बादल छाए रहेंगे और बारिश होगी। बारिश की वजह से तापमान में भी गिरावट आ सकती है।
राजधानी और आसपास के इलाकों में शाम को हुई तेज बारिश से बिंदाल और रिस्पना नदी में अचानक जल स्तर बढ़ गया। बाढ़ से बचाव के तहत जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया। नदी किनारे बसे लोगों के लिए सात राहत केंद्र बनाए गए हैं। देर रात तक लोगों को इनमें शिफ्ट किया गया।
राजधानी में बुधवार की शाम आठ बजे अचानक तेज बारिश हुई।
बारिश की वजह से शहर के रिस्पना नदी और बिंदाल नदी में अचानक पानी का स्तर बढ़ गया। बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। नदी किनारे बसे लोग खौफजदा हो गए। कई लोग रात को ही अपना ठिकाना छोड़कर चले गए। रात 11 बजे तक बस्तियों में सन्नाटा पसर गया। कुछेक लोग नदी किनारे बैठकर रात काटी। पानी बढ़ने के खौफ में वह सो नहीं पाए।
उधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपशिखा रावत ने बताया कि नदी किनारे बसे लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए अलर्ट जारी किया गया। अग्रवाल धर्मशाला सहित शहर में कई सरकारी विद्यालयों में सात राहत केंद्र बनाए गए। देर रात तक लोगों को इन राहत केंद्रों पर भेजा गया।
बीते दिन दोपहर में हुई तेज बारिश से सर्क गांव निवासी कलीराम बडोनी का मकान ढह गया। उस वक्त परिवार के सभी सदस्य खेतों में काम करने गए हुए थे। गांव के लोगों ने उन्हें खेतों में मकान ढहने की सूचना दी।
मकान के एक कमरे में पशु बंधे हुए थे। मलबा हटाकर लोगों ने किसी तरह पशुओं को सुरक्षित बाहर निकाला। गांव के राजेश्वर बडोनी ने प्रशासन से प्रभावित परिवार को शीघ्र आर्थिक सहायता देने की मांग की है।