सबसे पहले मनोज मोदी जैसी शख्सियत के बारे में जानना जरूरी है. मूल रूप से गुजरात के रहने वाले मनोज मोदी मुकेश अंबानी के बेहद करीबी दोस्त हैं. मोदी और अंबानी इंजीनियरिंग कॉलेज में साथ-साथ पढ़े. दोस्तों के बीच एमएम के तौर पर जाने जाने वाले मनोज मोदी खुद को मुकेश अंबानी के सबसे वफादार करीबी मानते हैं.
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59 साल के मनोज मोदी हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज में आधिकारिक तौर पर किसी पद पर नहीं हैं लेकिन कंपनी में अगर सीईओ का पद होता तो इसमें कोई संदेह नहीं कि उस पद पर मनोज मोदी के अलावा दूसरा कोई नहीं होता. पूरे ग्रुप को मनोज मोदी की हैसियत का अंदाजा है.मनोज मोदी पिछले 9 साल से रिलायंस से जुड़े हैं और कंपनी के हर बड़े प्रोजेक्ट में इनकी अहम भूमिका होती है. रिलायंस की पिछले दिनो लॉन्च हुई जियो सर्विस के पीछे मनोज मोदी का दिमाग रहा है.मनोज मोदी मुकेश अंबानी के हजीरा पेट्रोकेमिकल, जामनगर रिफाइनरी, पहले टेलीकॉम बिजनेस और रिलायंस रिटेल जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स संभाल चुके हैं. मनोज मोदी ने जामनगर रिफाइनरी में काम के दौरान कॉन्ट्रैक्टरों और व्यापारियों के बीच जबर्दस्त डीलिंग की थी. इस प्रोजेक्ट के बाद ही मनोज मोदी मुकेश अंबानी के चहेते बन गए थे. अपनी आक्रामक भाषा के लिए जाने जाने वाले मनोज मोदी कंपनी की ग्रोथ के लिए किसी भी चुनौती को स्वीकार करने से पीछे नहीं हटते. मुकेश अंबानी के बेटे आकाश और बेटी ईशा को मनोज मोदी ने ही बिजनेस के गुर सिखाए हैं. मुकेश अंबानी, आकाश और मनोज मोदी मुंबई में रिलायंस जियो के ‘ओपन ऑफिस’ में साथ-साथ बैठते हैं. इस ऑफिस में जियो के चेयरमैन समेत टॉप 70 एक्जिक्यूटिव बैठते हैं.