भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के आइटी सेल के प्रभारी के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ बेहद अभद्र टिप्पणी करने के मामले में मामला दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ लखनऊ के संजय गांधी पीजीआइ थाना में मामला दर्ज किया गया है।
भाजपा आईटी सेल के संजय राय ने बीती 13 जनवरी ट्विटर पर ब्राम्हणों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस मामले के खिलाफ लखनऊ के पीजीआई थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। थाना प्रभारी पीजीआई जैनुद्दीन अंसारी ने बताया कि पीजीआई के न्यू बलदेव बिहार कॉलोनी निवासी रामचंद्र पांडेय की तहरीर के आधार पर संजय रॉय खिलाफ धारा 295 ए, 506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस ने भी संजय राय के आईटी सेल में होने का दावा करते हुए केस दर्ज कर लिया है। इसके बाद पार्टी के पदाधिकारियों ने इस नाम के शख्स की आईटी सेल हेड होने की बात को नकारा है।
क्या है मामला
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2017 में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने का दावा ठोंक रहे हैं, वहीं भाजपा की रणनीति पर उसका आईटी सेल पानी फेर रहा है। भारतीय जनता पार्टी अपने आईटी सेल पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है। जिससे सोशल इंजीनियरिंग के जरिये यूपी में भी भाजपा की सरकार बन सके।
संजय रॉय ब्राम्हणों पर ट्विटर के जरिये अशोभनीय टिप्पणी कर रहे है। सोशल मीडिया पर संजय ने बेटियों व महिलाओं को भी नहीं बख्शा। संजय ने ब्राम्हण बेटियों पर अमर्यादित तथा बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की। आईटी सेल के यह कारनामें सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहे थे। इस मामले में जिम्मेदार कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
फिर भी तहरीर के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है। यूपी भाजपा आईटी सेल प्रभारी संजय राय भाजयुमों से जुड़े पुराने कार्यकर्ता के तौर पर जाने जाते हैं। संजय का संबंध गोरखपुर से है। वहीं से छात्र संघ चुनावों से भाजपा में जुड़ गए थे। संजय राय को संगठन में काम करने और कराने के लिए जाना जाता है। संजय राय व्यवसायिक गतिविधियों से जुड़े रहे हैं, जिनमें ठेकेदारी भी शामिल हैं।