डायबिटीज़ वह सिचुएशन है जब शरीर में ग्लूकोज़ की मात्रा इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि पैनिक्रयास इन्सूलिन नहीं बना पाता है। इस सिचुएशन का पूरा भार हमारे खान-पान पर होता है इसलिए हेल्दी डायट पर ध्यान देने की सबसे ज्यादा ज़रूरत होती है। अक्सर हम वक्त की कमी के कारण एक्सरसाइज़ न करना, ब्रेकफास्ट करना और अनहेल्दी फूड्स खाने जैसी ग़लतियां करते रहते हैं जो डायबिटीज़ जैसी बीमारियों को न चाहते हुए भी इनविटेशन दे ही देते हैं। आजकल छोटी उम्र में भी लोगों को यह बीमारी लग रही है. कुछ चीजों का ध्यान रख कर आप इस बिमारी से बच सकते हैं।
अपने शरीर से मेहनत करवाना बेहद जरूरी है. पुरी बॉडी की एक्सरसाइज़ नहीं होगी तब तक आप किसी ने किसी बिमारी को बुलावा देते रहेंगे। जिम नहीं जा सकते तो मवर्निंग वाक पर जाइये, आउटडोर स्पोर्ट्स के भी वही लाभ है, साइकिलिंग,डांसिंग नहुत सी ऐसी चीजे हैं जिस से आप फिट रहेंगे और डायबिटीज होने के ख़तरे को काफी हद तक कम किया जा सकता हैं। आप क्या और कितना खा रहे हैं इस बात का सीधा असर आपकी बॉडी पर दिखता है. घर पर अगर बेहद तला हुआ और मसालेदार भोजन कर रहे हैं तो यह भी बाहर का जंक फ़ूड खाने के बराबर ही है. अपनी डाइट को हमेशा स्ट्रिक्टली फ़ॉलो करने की आदत बनाये। सेहत को ध्यान में रखकर अपने खाने में अधिक सब्ज़ियां और फायदेमंद मसाले ऐड करें। हमेशा ताज़ी और हरी पत्तेदार सब्ज़ियां ही अपने डायट में शामिल करें।
रोज एक फल ज़रूर खाना चाहिए जिसमें सेब, पपीता या अमरूद हो तो बेहतर होगा। केला और चीकू खाने से बचें क्योंकि इन फलों से खून में ग्लूकोज़ लेवल बढ़ने की संभावना रहती है। अपनी डायट में हमेशा ज़्याद फाइबरयुक्त चीज़ें शामिल करें। बेसन फाइबर की मात्रा न के बराबर होती है इसलिए बेसन से बनी चीजें खाना सेहत के नजरिये से अच्छा नहीं होता। खाने का चुनाव करते समय इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें। युवा स्ट्रीट फूड काफी मात्रा में खाते हैं.ऐसी चीज़ें खाने से पहले हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि वह लो-फैट हो और ज्यादा फ्राई किए हुए न हो।प्रोसेस्ड फूड जैसे अचार, पापड़ और पकौड़ों से दूरी बरतें।