लखनऊ: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिजली के मामले में ट्वीट कर कहा था कि ये क्या कर रहे हैं, ये तो हमने ही कर दिया था। इसके जवाब में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि अखिलेश यादव का रोस्टर कागजों, शक्तिभवन, मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री आवास और कुछ वीवीआईपी क्षेत्रों तक सीमित था। जनता तक नहीं पहुंच पा रहा था।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमारा वीवीआईपी गांव और गरीब है। रोस्टर के क्रियान्वयन के लिए एमडी और नीचे तक आदेश दे दिए गए हैं। तकनीकी फाल्ट जल्द ठीक किया जाएगा लेकिन लापरवाही पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ऊर्जा मंत्री ने कहा, 24 घंटे बिजली का सपा सरकार का कोई आदेश नहीं
ऊर्जा मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश को 24 घंटे बिजली देने का उनके पास पूर्व सरकार का कोई आदेश नहीं है। हमने कहा है कि अक्तबूर 2018 तक प्रदेश को 24 घंटे बिजली देंगे। जहां तक भ्रष्टाचार का सवाल है, मोदी और योगी सरकार की जीरो टालरेंस नीति पर काम कर रही है। भ्रष्टाचार के मामलों की भी समीक्षा हो रही है, भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
केन्द्र में कोई दस पैसे का भी दाग नहीं लगा सकता
उन्होंने कहा कि उन्हें जो व्यवस्था मिली है और नई सरकार क्या चाहती है, वह स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि नेतृत्व का असर है। हमारी कितनी भी कोई आलोचना कर ले, लेकिन केंद्र में इतने दिन सरकार चलाने के बाद भी कोई दस पैसे का भी दाग नहीं लगा सकता है। जहां तक बिजली खरीद की प्रक्रिया है वह न्यूनतम मूल्य पर बिड के जरिए खरीद की जाती है।