लखनऊ|
मुझ पर सवाल खड़ा करने वाले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष यह बताएं कि आखिर किसके इशारे पर प्रोफेसर द्वारा अवैध सभा बुला कर नेताजी को अपमानित कर राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी से हटाया गया था। क्या इसके लिए भाजपा ने कहा था?
मेरा तो आजीवन साम्प्रदायिकता के विरुद्ध संघर्ष का इतिहास रहा है। लेकिन आप यह बताएं कि बसपा प्रमुख मायावती का इतिहास क्या रहा है। मायावती हमेशा की तरह इस बार भी वोट लेकर चुनाव बाद भाजपा से हाथ मिला लेगी।
फ़िरोज़ाबाद की जनता के पास चश्मे के आतंक से छुटकारा पाने एवं नेताजी के अपमान का बदला लेने का यह स्वर्णिम मौका है। आगामी 23 तारीख को जनता बहुत से सवालों के जवाब दे देगी।
इनका समाजवाद AC रूम वाला है, ये एक मिनट भी बिन AC के नहीं रह पाते हैं। बताइए मंच तक पर AC लगा दिया। ये जनता की सेवा तपती धूप में कैसे करेंगे ?