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क्या होंगे फायदे ,यूपी के इन 17 शहरों में मिलेंगी एक जैसी सुविधाएं तो।

लखनऊ:- उत्तर प्रदेश के 17 नगर निगम वाले शहरों में नागरिकों को एक समान सुविधाएं मिलेंगी।

मसलन, सिटी ट्रांसपोर्ट सेवा, टैक्स जमा करने की सुविधा, ऑनलाइन शिकायत निस्तारण की व्यवस्था के साथ ही सीवर सफाई की सुविधा दी जाएगी। एक समान सुविधाएं देने के लिए नगर निगमों द्वारा लागू की गई बेहतर सुविधाओं का अध्ययन कराते हुए इसे लागू कराया जाएगा। इसके लिए सभी नगर निगमों में किए गए बेहतर कामों की जानकारी मांगी गई है।


राज्य सरकार चाहती है कि प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों के शहरी क्षेत्रों में रहने वालों को ऐसी सुविधाएं दी जाएं, जिससे उन्हें बेहतर शहरी होने का अनुभव हो सके। नगर निगम चूंकि स्वायत्तशासी संस्थाओं की श्रेणी में आते हैं इसीलिए वे अपने हिसाब से जनहित में फैसले लेते हैं। इसके चलते एक समान सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं। इसीलिए उच्च स्तर पर यह तय किया गया है कि जो भी नगर निगमों ने जनहित में बेहतर काम हो रहा है उसे अन्य में भी लागू किया जाए, जिससे प्रदेश के सभी 17 प्रमुख शहरों में लोगों को एक समान सुविधाएं मिल सकें। नगर विकास विभाग के संयुक्त सचिव कल्याण बनर्जी ने इसके लिए जानकारी मांगी है।

जरूरतों पड़ने पर सर्वे भी होगा
इसके साथ ही शहरी सुविधाओं के लिए मौजूदा जरूरतें क्या हैं? इसके लिए सर्वे कराने पर विचार किया जा रहा है। इसमें शहरी लोगों से राय ली जाएगी कि मौजूदा समय मिलने वाली सुविधाओं में क्या ऐसी चीज जो उन्हें नहीं मिल पा रही हैं। नगर विकास विभाग का मानना है कि जब केंद्र और राज्य सरकार अरबों रुपये खर्च कर रही है तो क्यूं न राय-शुमारी कर सुविधाएं दी जाएं, जिससे लोगों को जीवन बेहर हो सके।
इन शहरों में मिलेगी सुविधा
अलीगढ़, अयोध्या, मेरठ, आगरा, कानपुर, गोरखपुर, गाजियाबाद, मथुरा-वृंदावन, वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, झांसी, सहारनपुर, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद, व बरेली।
लखनऊ नगर निगम कम खर्च में शादी की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहा है। अभी शहर में 10 कल्याण मंडप हैं। नए 20 और बनाने का काम शुरू होने जा रहा है। कम से कम 80 कल्याण मंडप बनाने की योजना पर काम चल रहा है। लखनऊ में ऑनलाइन शिकायतों का निस्तारण भी कराया जा रहा है।
गाजियाबाद नगर निगम ने गाड़ियों के पुराने टायर इस्तेमाल कर चौराहों का सौंदर्यीकरण किया गया। पुराने टायरों को आधा जमीन के अंदर और आधा ऊपर रखते हुए उसे रंगा गया। उसे कई तरह का पेंट कर उनसे डिवाइडर बनाया गया है। इससे चौराहे की सूरत पूरी तरह बदल गई है।