नई दिल्ली: संघ प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर पर दिए बयान के बाद इस मुद्दे पर राजनीति गरमा गई है। बीजेपी ने कहा है कि वह अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए दृढ़ है और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करेगी।
वहीं, उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने यह कहकर दबाव बनाने की कोशिश की है कि अगर मंदिर के लिए अभी कानून नहीं बना तो कभी नहीं बन पाएगा।
बाद में नहीं बन पायेगा कानून
मोहन भागवत ने नागपुर में वार्षिक विजयादशमी संबोधन के दौरान कहा था कि केंद्र को एक उचित कानून लाकर राम मंदिर का रास्ता साफ करना चाहिए। इसके बाद से इस मुद्दे पर बयानबाजी तेज हो गई है। शनिवार को बीजेपी के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का समर्थन किया है।
यह देश के लोगों की आस्था से जुड़ा है। इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अगर आज कानून नहीं बनाया गया तो बाद में कभी नहीं बन पाएगा। आज हमारे पास बहुमत है। हम नहीं जानते 2019 के बाद स्थिति क्या होगी।